विश्व कप में शर्मनाक प्रदर्शन के बाद एक अरब जनता का विश्वास जीतने को बेताब भारतीय टीम क्रिकेट महाकुंभ की हार का बदला चुकाने और आगे के कड़े सत्र की तैयारियों के लिए बांग्लादेश दौरे पर जाएगी।
भारतीय टीम विश्व कप में बांग्लादेश से पराजित होकर पहले दौर में ही बाहर हो गई थी और उसे 7 मई से शुरू होने वाले दौरे में इस हार का बदला चुकाने का सुनहरा मौका मिलेगा।
भारतीय टीम इसके लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है और इसी सिलसिले में कोलकाता में पाँच दिवसीय अनुकूलन शिविर लगाया जा रहा है। बांग्लादेश दौरे में भारत 2 टेस्ट और 3 एकदिवसीय मैच खेलेगा, लेकिन इसके बाद राहुल द्रविड़ की टीम का बहुत व्यस्त कार्यक्रम है।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के भविष्य के दौरा कार्यक्रम के अनुसार भारत अगले साल अप्रैल तक लगभग 15 टेस्ट और 35 से लेकर 43 एकदिवसीय मैच खेलेगा।
ऐसा भी नहीं कि भारत का सामना इस बीच कमजोर टीमों से होगा। उसे लगातार तीन बार विश्व कप जीतने वाले ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड अपने चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान, दक्षिण अफ्रीका और श्रीलंका जैसी दमदार टीमों का सामना करना होगा।
भारतीय टीम के लिये यह सत्र इसलिए भी कड़ा साबित होगा, क्योंकि उसे अधिकतर श्रृंखलाएँ विदेशों में खेलनी हैं। आईसीसी कार्यक्रम के अनुसार भारत इस बीच टेस्ट श्रृंखला के लिए केवल पाकिस्तान और दक्षिण अफ्रीका की मेजबानी करेगा, जबकि ऑस्ट्रेलिया बीच में सात एकदिवसीय मैच भारतीय सरजमीं पर खेलेगा।
भारतीय खिलाड़ी बांग्लादेश से लौटने के बाद जून में होने वाले एफ्रो एशियाई खेलों में व्यस्त दिखेंगे। इसमें एशियाई टीम में भारत के अलावा पाकिस्तान, श्रीलंका और बांग्लादेश के खिलाड़ी शामिल रहेंगे जो 6 से 10 जून के बीच चेन्नई और बंगलोर में होने वाले तीन एकदिवसीय मैच में दक्षिण अफ्रीका, जिम्बॉब्वे और केन्या की संयुक्त टीम का सामना करेंगे।
इसके तुरंत बाद भारतीय टीम इंग्लैंड दौरे पर जाएगी, जहाँ वह 3 टेस्ट मैच और 7 एकदिवसीय मैच खेलेगी। पहला टेस्ट 19 से 23 जुलाई के बीच लॉर्ड्स में दूसरा 27 से 31 जुलाई के बीच ट्रेंट ब्रिज में और तीसरा नौ से 13 अगस्त के बीच ओवल में खेला जाएगा।
भारतीय टीम 16 अगस्त को स्कॉटलैंड के खिलाफ एकमात्र एकदिवसीय मैच खेलेगी जबकि इंग्लैंड के खिलाफ सात मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला 21 अगस्त से आठ सितंबर तक चलेगी। इसके बाद टीम दक्षिण अफ्रीका में होने वाली पहली आईसीसी ट्वंटी-20 विश्व चैंपियनशिप में शिरकत करेगी।
अक्टूबर में ऑस्ट्रेलियाई टीम सात एकदिवसीय मैच खेलने भारत आएगी, जबकि इसके तुरंत बाद पाकिस्तानी टीम का भारत दौरे पर आने का कार्यक्रम है जिसमें तीन टेस्ट और पाँच एकदिवसीय मैच खेले जाएंगे। वैसे इन दोनों श्रृंखलाओं का अभी तक पूर्ण कार्यक्रम तैयार नहीं हुआ है।
ऑस्ट्रेलिया से भारतीय टीम का असली मुकाबला दिसंबर से लेकर फरवरी तक देखने को मिलेगा। इस बीच भारतीय टीम चार टेस्ट और त्रिकोणीय श्रृंखला खेलने के लिए ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर रहेगी। इस श्रृंखला का पहला टेस्ट 26 दिसंबर से मेलबोर्न दूसरा दो जनवरी से सिडनी तीसरा 16 जनवरी से पर्थ और चौथा 24 जनवरी से एडिलेड में खेला जाएगा।
इसके बाद कामनवेल्थ बैंक सिरीज होगी, जिसमें भारत और ऑस्ट्रेलिया के अलावा विश्व कप में उप-विजेता रही श्रीलंका की टीम भी हिस्सा लेगी। इसमें भारत को कम से कम पाँच एकदिवसीय मैच खेलने होंगे।
बांग्लादेश की टीम अभी तक कभी भारतीय दौरे पर द्विपक्षीय श्रृंखला खेलने के लिए नहीं आयी है लेकिन भारत को एक साल के अंदर दूसरी बार मार्च 2008 में अपने इस पड़ोसी देश में क्रिकेट खेलना होगा। भारत वहाँ तीन एकदिवसीय मैच खेलेगा।
इसके बाद भारतीय टीम को दक्षिण अफ्रीका की मेजबानी करनी है जिसमें तीन टेस्ट मैच खेले जाएँगे, जबकि अगले साल अप्रैल में पाकिस्तान में एशिया कप होगा, जिसमें भारतीय टीम को 2 से लेकर 6 एकदिवसीय मैच खेलने पड़ सकते हैं।