पहले टेस्ट में न्यूजीलैंड से कड़ी टक्कर मिलने के बाद इंग्लैंड को ओल्ड ट्रैफर्ड में शुक्रवार से शुरू हो रहे दूसरे टेस्ट में एक बार फिर मेहमान टीम से कड़ी चुनौती मिल सकती है।
दोनों टीमों के बीच तीन मैचों की टेस्ट श्रृंखला का पहला मैच ड्रा रहा था। हालाँकि लार्ड्स में ड्रा हुए टेस्ट में न्यूजीलैंड के प्रदर्शन को बेहतर कहा जा सकता है और शुक्रवार से शुरू हो रहे टेस्ट में टीम इसे एक बार फिर दोहराने को बेकरार है।
न्यूजीलैंड ने सुहावने मौसम में बल्लेबाजी के लिए भेजे जाने पर एक समय 104 रन पर पाँच विकेट गँवा दिए थे, लेकिन बेंडन मैकुलम की 97 रन की पारी की मदद से टीम 277 रन बनाने में सफल रही।
इसके बाद उसने इंग्लैंड को सिर्फ 42 रन की बढ़त पर रोक दिया, जिसमें कप्तान डेनियल विटोरी ने पाँच विकेट चटकाए। मेहमान टीम ने इसके बाद जेकब ओरम के शतक की मदद से अंतिम दिन आसानी से मैच ड्रा करा लिया।
इंग्लैंड की टीम अच्छी शुरुआत के बावजूद न्यूजीलैंड के बल्लेबाजी क्रम को समेटने में नाकाम रही, जिससे पता चलता है कि टीम को तेज गेंदबाज एंड्रयू फ्लिंटाफ की कितनी कमी खल रही है, जो चोट के कारण श्रृंखला में नहीं खेल रहे।
न्यूजीलैंड भी हालाँकि अपने शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों की नाकामी से परेशान हैं, लेकिन सलामी बल्लेबाज जेमी हाउ और लार्ड्स में पहला मैच खेल रहे डेनियल फ्लिन ने दूसरी पारी में जिस तरह बल्लेबाजी की, उससे मेहमान टीम की उम्मीदें बंधी हैं।
टीम को मैकुलम से एक बार फिर शानदार पारी की उम्मीद रहेगी, जिन्होंने इंडियन प्रीमियर लीग के पहले मैच में भी कोलकाता नाइट राइडर्स की ओर से बेंगलोर रॉयल चैलेंजर्स के खिलाफ तूफानी शतक जमाया था।
इंग्लैंड की बल्लेबाजी का केंद्र एक बार फिर कप्तान माइकल वान होंगे, जो लार्ड्स में शतक जमाकर अपनी शानदार फार्म का नजार पेश कर चुके हैं। न्यूजीलैंड को तेज गेंदबाज रेयान साइडबाटम की चुनौती से निपटना होगा, जिन्होंने लार्ड्स में छह विकेट चटकाए थे।
न्यूजीलैंड के कप्तान विटोरी भी स्वीकार कर चुके हैं कि मैनचेस्टर में उनके बल्लेबाजों को इस तेज गेंदबाज से सतर्क रहना होगा। साइडबाटम ने मार्च में न्यूजीलैंड के खिलाफ उसी की सरजमीं पर 24 विकेट चटकाकर इंग्लैंड को 2-1 से श्रृंखला जिताने में अहम भूमिका निभाई थी। मेजबान टीम को स्पिन गेंदबाज मोंटी पनेसर से भी काफी उम्मीदें होंगी।