खिताब के प्रबल दावेदार ब्राजील और अर्जेंटीना के विश्व कप के क्वार्टर फाइनल से ही बाहर हो जाने से जिन करोड़ों फुटबॉल प्रेमियों का दिल टूटा उसमें श्रीलंका दौरे की तैयारियों में जुटे कई भारतीय क्रिकेटर भी शामिल हैं, जिन्होंने फुटबॉल महासमर के मैच देखने के लिए पूरा वक्त निकाला।
भारतीय बल्लेबाजी की रीढ़ राहुल द्रविड़ और कलात्मक बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण तो खुले आम ब्राजीली टीम के प्रति अपना प्यार जता चुके थे जबकि तेज गेंदबाज जहीर खान और सुरेश रैना की पहली पसंद अर्जेंटीना थी।
भारतीय कप्तान महेंद्रसिंह धोनी का कभी पहला प्यार फुटबाल हुआ करता था लेकिन गोलकीपर बनने का सपना देखते-देखते विकेटकीपर बने माही ने इस बीच अपनी बचपन की मित्र साक्षी से शादी करके नई पारी शुरू की। धोनी ने हालाँकि विश्व कप से पहले कहा था कि फुटबॉल अब भी उनके दिल के करीब है और वह समय मिलने पर विश्व कप के मैचों का लुत्फ उठाएँगे।
श्रीमान भरोसेमंद राहुल द्रविड़ विश्व कप शुरू होने से ही ब्राजील की जीत के लिए दुआ कर रहे थे हालाँकि वह इस टूर्नामेंट के दौरान रेफरिंग के स्तर से खफा थे। लक्ष्मण की पहली पसंद भी पाँच बार का चैंपियन ब्राजील ही थी। लेकिन ब्राजील की टीम क्वार्टर फाइनल में हालैंड से हार गई।
रैना के पसंदीदा खिलाड़ी ब्राजीली प्लेमेकर काका हैं। ब्राजील जब हालैंड से हार गया तो रैना ने अपने ट्विटर पेज पर लिखा कि झटका, पर काका अब भी मेरे पसंदीदा खिलाड़ी हैं।
तेज गेंदबाज जहीर खान भी अर्जेंटीना के समर्थकों में थे। ब्राजील की मध्यांतर तक 1-0 की बढ़त के बावजूद हार पर उन्हें विश्वास नहीं हुआ लेकिन वह यह मानकर चल रहे थे कि डिएगो माराडोना की अर्जेंटीना 2010 में चैंपियन बनेगी। उन्होंने भी अर्जेंटीना के प्रति अपने प्यार का इजहार करने के लिए ट्विटर का सहारा लिया लेकिन अपने साथियों की तरह उन्हें भी निराशा ही हाथ लगी।
भारतीय टीम में वापसी करने वाले युवराजसिंह भी शुरू से ही विश्व कप के मैचों पर नजरें गड़ाए हुए थे। पुर्तगाल के क्रिश्टियानो रोनाल्डो उनके पसंदीदा खिलाड़ी थे लेकिन वह जर्मनी के ऑक्टोपस पाल से भी प्रभावित दिखे जिसने मैचों की सही-सही भविष्यवाणी की।
युवराज ने जर्मनी और अर्जेंटीना के बीच मैच से पहले ट्वीट किया था कि ऑक्टोपस ने कहा है कि जर्मनी जीतेगा। पिछली बार उसने कहा था कि जर्मनी इंग्लैंड को हरा देगा और यह सच हुआ। (भाषा)