पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटरों ने महेन्द्रसिंह धोनी एंड कंपनी की त्रिकोणीय सिरीज में विश्व चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया पर शानदार जीत का स्वागत करते हुए भारतीय टीम के बेहतरीन प्रदर्शन की तारीफों के पुल बाँधे।
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान जावेद मियाँदाद ने कहा कि सचिन तेंडुलकर की शानदार पारी इस बात का उदाहरण है कि इस लिटिल मास्टर का करियर अभी खत्म होने से काफी दूर है।
उन्होंने कहा कि तेंडुलकर ने त्रिकोणीय श्रृंखला के तीन फाइनल्स के पहले मैच में नाबाद 117 और दूसरे मैच में 91 रन बनाए। भारत ने पहले दोनों मैच जीतकर ऑस्ट्रेलिया में पहली बार इस सिरीज पर कब्जा किया।
मियादाद ने कहा दोनों टीमों में केवल तेंडुलकर ने ही अंतर पैदा कर दिया। उन्होंने कहा कि सचिन ने उस समय रन बनाए, जब टीम को रन की सबसे ज्यादा जरूरत थी। उसके उपर काफी दबाव था जिससे वह सफलता पूर्वक बाहर आया। आप देख सकते हैं कि वह यह श्रृंखला जीतने के लिए काफी प्रतिबद्ध थे।
पूर्व कप्तान का मानना है कि धोनी ने युवा टीम का सटीक नेतृत्व किया और गेंदबाजों का काफी चतुराई से इस्तेमाल किया। उनका मानना था कि धोनी ने ऑस्ट्रेलिया की पिचों पर प्रवीण कुमार का सही उपयोग किया गया और यह एक अच्छा फैसला था।
मियाँदाद ने कहा कि भारतीयों ने ऑस्ट्रेलिया किले में सेंध लगा दी है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि ऑस्ट्रेलिया के खराब दिन आ गए है क्योंकि उसमें अभी भी काफी जान है और वे जल्दी ही वापसी कर सकते हैं।