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भारत ने इंग्लैंड को 126 रनों से रौंदा

पहले वनडे में 'यंग इंडिया' का जादू चला

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हैदराबाद , शनिवार, 15 अक्टूबर 2011 (09:11 IST)
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महेन्द्र सिंह धोनी की अगुआई वाली 'यंग इंडिया' टीम के खिलाड़ी पहले ही वनडे मैच में भूखे शेर की तरह टूट पड़े और उन्होंने उसे 126 रनों से रौंद डाला। इस जीत के साथ ही भारत ने इंग्लैंड की सरजमीं पर हुई हार का बदला लेने की शुरुआत करते हुए पहला कदम बढ़ा दिया है।

पांच मैचों की सिरीज का दूसरा वनडे मैच 17 अक्टूबर को दिल्ली में खेला जाएगा। पहले वनडे के हीरो रहे धोनी, जिन्होंने 87 रनों की नाबाद पारी खेली। उन्हें 'मैन ऑफ द मैच' के पुरस्कार से नवाजा गया।

भारत ने 50 ओवर में सात विकेट पर 300 रन का विशाल स्कोर बनाने के बाद इंग्लैंड की अपेक्षाकृत मजबूत बल्लेबाजी को समर्पण करने के लिए मजबूर कर दिया1 इंग्लैंड की टीम 36.1 ओवर में 174 रन पर निपट गई। भारत इस जीत के साथ आईसीसी रैंकिंग में इंग्लैंड को पीछे छोड़कर चौथे स्थान पर पहुंच गया।

महेन्द्र सिंह धोनी की युवा टीम ने इस तरह सिरीज में धमाकेदार शुरुआत की। कई चोटिल सीनियर खिलाड़ियों के बिना खेल रही इस टीम से किसी को ऐसी शानदार जीत की उम्मीद नहीं थी लेकिन बल्लेबाजों के बाद गेंदबाजों खासकर स्पिनरों ने कमाल दिखाया और इंग्लैंड का पुलिंदा बांध दिया। लेफ्टआर्म स्पिनर जडेजा ने 34 रन पर तीन और ऑफ स्पिनर आर. अश्विन ने 35 रन पर तीन विकेट लिए।

इंग्लैंड एक समय दो विकेट पर 111 रन बनाकर सुखद स्थिति में था लेकिन फिर उसने 15 रन के अंतराल में चार विकेट गंवाए जिसके बाद वह वापसी नहीं कर सका। कप्तान एलेस्टेयर कुक सात चौकों की मदद से 60 रन बनाकर आउट हुए। उसके बाद जोनाथन ट्राट (26), रवि बोपारा (8) और जानी बेयरस्टो (3) रन बनाकर चलते बने।

ओपनर क्रेग कीसवेटर ने सात और केविन पीटरसन ने 19 रन बनाए। पीटरसन रन आउट हुए। लेफ्ट ऑर्म स्पिनर जडेजा ने कुक, ट्राट और बेयरस्टो के विकेट झटके जबकि ऑफ स्पिनर आर अश्विन ने बोपारा को अपनी ही गेंद पर लपका।

अश्विन ने टिम ब्रेस्नन (4) को स्टम्प कराया जबकि तेज गेंदबाज उमेश यादव ने ग्रीम स्वान (8) और समित पटेल (16) को बोल्ड कर दिया। अश्विन ने जेड डर्नबाख को बोल्ड कर इंग्लैंड की पारी को 174 रन पर समेट दिया। इंग्लैंड ने अपने आखिरी आठ विकेट मात्र 63 रन जोड़कर गंवा दिए। जडेजा और अश्विन के तीन-तीन विकेटों के अलावा यादव ने 32 रन पर दो विकेट और प्रवीण कुमार ने 38 रन पर एक विकेट लिया।

इससे पहले टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने निर्धारित 50 ओवरों में सात विकेट पर 300 रन बनाए थे। भारत के इस स्कोर में कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (70 गेंदों में 10 चौकों और एक छक्के की मदद से नाबाद 87 रन), सुरेश रैना (55 गेंदों में पांच चौके और दो छक्कों सहित 61 रन) की अर्धशतकीय पारियों का खास योगदान रहा। विराट कोहली ने 37 और गौतम गंभीर ने 32 रनों का योगदान दिया। रवींद्र जड़ेजा ने सातवें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए तेजी से 27 रन बनाए।

इंग्लैंड के लिए ग्रीम स्वान ने सबसे अधिक प्रभावी गेंदबाजी की। उन्होंने अपने कोटे के 10 ओवरों में 35 रन देकर एक विकेट लिया। स्टीवन फिन सबसे महंगे गेंदबाज रहे और उन्होंने अपने नौ ओवरों में 67 रन लुटा दिए।

इससे पहले अजिंक्य रहाणे और पार्थिव पटेल ने भारतीय पारी की शुरुआत की, लेकिन पार्थिव नौ रन बनाकर बदकिस्मती से रन आउट हुए। भारत का पहला विकेट चौथे ओवर में गिरा, जब उसका स्कोर 17 रन था। रहाणे हालांकि सावधानी से अपनी पारी जमा रहे थे, लेकिन स्वान ने उन्हें चतुराई भरी गेंदबाजी से स्टम्पिंग आउट करवा दिया। रहाणे ने 41 गेंदों का सामना करके 15 रन बनाए।

गौतम गंभीर एक छोर मजबूती से संभाले हुए थे और तेजी से रन बना रहे थे। जब लग रहा था कि गंभीर अपने कमबैक मैच में एक बड़ी पारी खेलेंगे, तभी वे डेरैन बैच की गेंद पर पगबाधा आउट हो गए। गंभीर ने 33 गेंदों पर चार चौकों सहित 32 रन बनाए।

विराट कोहली ने भी उस समय अपना विकेट खो दिया, जबकि वे पूरी तरह पिच पर सेट हो चुके थे। कोहली ने 63 गेदों का सामना करके 37 रनों की बिना चौके की पारी खेली। उन्हें केविन पीटरसन के हाथों में समित पटेल ने कैच आउट करवाया।

कोहली के आउट होने तक मैच इंग्लैंड की गिरफ्त में था और लग रहा था कि उसके गेंदबाज भारत को बड़ा स्कोर नहीं बनाने देंगे, लेकिन रैना और धोनी ने पांचवें विकेट के लिए 10 ओवरों में 72 रन जोड़कर भारत को मैच में मजबूत कर दिया। रैना 61 रन बनाकर स्टीवन फिन की गेंद पर आउट हुए। उन्होंने अपने कप्तान के साथ मिलकर करारे हाथ दिखाए।

सातवें विकेट के लिए रवींद्र जड़ेजा और धोनी के बीच केवल 41 गेंदों में 65 रनों की साझेदारी हुई, जिसमें जड़ेजा का योगदान 22 गेंदों में दो छक्कों और एक चौके के साथ 27 रनों का रहा। बाकी कमाल धोनी का रहा।

इसके बाद अंतिम ओवरों में कैप्टन कूल ने पूरी जिम्मेदारी लेते हुए भारतीय पारी को 300 के स्कोर तक पहुंचाया। धोनी ने 70 गेंदों में 10 चौकों और एक छक्के के साथ नाबाद 87 रन बनाए। (वेबदुनिया न्यूज/ वार्ता)


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