भारत ने पहले बल्लेबाजी में और फिर गेंदबाजी में करिश्माई प्रदर्शन करते हुए ऑस्ट्रेलिया को दूसरे वनडे मैच में 99 रनों से हराकर सात मैचों की सिरीज में 1-1 की बराबरी कर ली है। वनडे मैचों के इतिहास में भारत की यह चौथी सबसे बड़ी जीत है। 107 गेंदों पर 124 रनों की पारी खेलने वाले महेन्द्र सिंह धोनी को 'मैन ऑफ द मैच' घोषित किया गया।
इस मैच में भारत ने अपनी मजबूत बल्लेबाजी का दम दिखाते हुए ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए 355 रनों का विशाल लक्ष्य दिया था। जवाब में मेहमान टीम 255 रनों पर ही सिमट गई। भारत की तरफ से रविंदर जडेजा ने 3, प्रवीण कुमार और ईशांत शर्मा ने 2-2 विकेट आपस में बाँटे।
ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत खराब रही और पहला विकेट पाँचवें ओवर में टिम पैन (8) का पैवेलियन लौटा, जिन्हें प्रवीण कुमार ने अपनी इन कटर गेंद पर बोल्ड कर दिया। तब स्कोर 20 रन ही था।
9.1 ओवर में ऑस्ट्रेलिया ने दूसरा विकेट शेन वॉटसन का गँवाया। ईशांत शर्मा की आउट स्विंग गेंद को छेड़ने का खामियाजा वॉटसन को अपने विकेट की बलि देकर भुगतना पड़ा। गेंद बल्ले का बाहरी किनारा लेते हुए पहली स्लिप में उछली जहाँ सचिन तेंडुलकर ने कैच लपकने में कोई चूक नहीं की।
41 रन पर ऑस्ट्रेलिया 2 विकेट गँवाकर संघर्ष कर ही रहा था कि 10.1 ओवर में प्रवीण कुमार ने कप्तान रिकी पोटिंग (12) को पगबाधा आउट करके मेहमान टीम को सबसे बड़ा झटका दिया। इस तरह 11 ओवर के भीतर ही ऑस्ट्रेलिया के तीन विकेट ड्रेसिंग रूम की शोभा बढ़ा रहे थे।
21वें ओवर में जाकर हरभजन ने बहुत देर बाद भारत को चौथी सफलता उस वक्त दिलाई, जब उन्होंने कैमरुन व्हाइट (23) को सुरेश रैना के हाथों कैच करवाया।
रविन्दर जडेजा ने ऑस्ट्रेलिया के 2 विकेट लेकर हलचल मचा दी। पहले उन्होंने माइक हसी को 53 रनों पर बोल्ड कर दिया और फिर शॉन मार्श (21) को 'दूसरा' फेंककर धोनी के द्वारा स्टंप आउट करवाया। ऑस्ट्रेलिया के 6 धाकड़ बल्लेबाज 180 रन के कुल योग पर पैवेलियन कूच कर गए थे।
रविंदर आज काफी शानदार गेंदबाजी करते हुए विकेट से काफी मदद लेते दिखाई दिए। उन्होंने वोग्स (36) को रनों पर बोल्ड करके अपने विकेटों की संख्या 3 पर पहुँचा दी।
इसके बाद नेहरा ने मिशेल जॉनसन को बोल्ड कर दिया। ईशांत शर्मा ने पीटर सिडल को धोनी के दस्तानों में कैच करवाकर ऑस्ट्रेलिया को नौंवा झटका दिया। अंतिम विकेट के रूप में हालफिनहास युवराज सिंह द्वारा रन आउट कर दिए गए और इसी के साथ ऑस्ट्रेलियाई पारी का अंत 255 रनों पर हो गया।
इससे पहले वीरेंद्र सहवाग (40), गौतम गंभीर (76), सुरेश रैना (62) की ठोस पारियों और महेंद्रसिंह धोनी के पाँचवें एकदिवसीय शतक की बदौलत भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रिकॉर्ड स्कोर बनाया। भारत ने निर्धारित 50 ओवरों में 7 विकेट पर 354 रनों का पहाड़ खड़ा किया।
महेंद्रसिंह धोनी और सुरेश रैना ने पाँचवें विकेट के लिए 93 गेंदों में 136 रन जोड़कर भारतीय पारी को बेहद मजबूत कर दिया। धोनी ने 107 गेंदों पर 9 चौके और 3 छक्कों की मदद से 124 रन बनाए। रैना ने 50 गेंदों पर 62 रन बनाए।
आज ऑस्ट्रेलिया के कप्तान रिकी पोंटिंग ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। पोंटिंग ने इस फैसले को गेंदबाज पीटर सिडल ने सही साबित करते हुए सचिन तेंडुलकर (4) को दूसरी स्लिप में कैमरुन व्हाइट के हाथों में झिलवाया।
इसके बाद वीरेंद्र सहवाग और गौतम गंभीर ने दूसरे विकेट के लिए 46 रन जोड़े। सहवाग 31 गेंदों पर ताबड़तोड़ 40 रन बनाए। सहवाग की इस तूफानी पारी का अंत मिशेल जॉनसन ने किया।
युवराजसिंह ने आज के मैच के जरिये लंबे समय बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी की। युवराज आज अपने रंग में दिखाई दे रहे थे, लेकिन हालफिनहास ने अपनी ही गेंद पर युवराज का बेहतरीन कैच लपक कर उन्हें पैवेलियन लौटाया। युवराज ने 24 गेंदों का सामना करके 23 रन बनाए।
एक के बाद एक तीन दिग्गज बल्लेबाजों के विकेट गिरने से भारतीय पारी पर दबाव बना, लेकिन गौतम गंभीर और कप्तान महेंद्रसिंह धोनी ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को हावी नहीं होने दिया। गंभीर ने आज फिर बेहतरीन बल्लेबाजी का मुजाहिरा पेश किया और अर्धशतक जमाया। गंभीर ने 55 गेंदों में 5 चौकों की मदद से अपना अर्धशतक जमाया।
गंभीर पूरी लय में बल्लेबाजी कर रहे थे, लेकिन एक मुश्किल रन चुराने के प्रयास में वे रन आउट हो गए। गंभीर ने 80 गेंदों में 76 रन बनाए। गंभीर-धोनी ने चौथे विकेट के लिए 119 रन जोड़े। दूसरे छोर पर धोनी ने भी बेहतरीन बल्लेबाजी की।