राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) के नवनियुक्त निदेशक डेव व्हाटमोर ने कहा कि वह भारत के युवा और प्रतिभाशाली क्रिकेटरों के विकास के लिए सार्थक योगदान करना चाहते हैं।
बतौर एनसीए निदेशक यहाँ पहली बार आए व्हाटमोर ने कहा कि अकादमी आठ वर्ष से काम कर रही है और भारतीय क्रिकेट में इसका शानदार योगदान है। वह इस काम को और बेहतर तरीके से निभाने की कोशिश करेंगे।
एनसीए के निदेशक के तौर पर अपने लिए चुनौतियों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि मेरी भूमिका बदल गई है। स्वाभाविक है कि मेरी चुनौतियों में भी बदलाव आएगा, लेकिन मैं चाहूँगा कि भारतीय क्रिकेट के लिए जितना योगदान हो सके, उतना करूँ।
उन्होंने कहा कि रवि शास्त्री ने एनसीए का अध्यक्ष बनने के बाद जब उन्हें निदेशक पद का प्रस्ताव दिया, तो कुछ सोचने विचारने के बाद उन्होंने इसे स्वीकार कर लिया।
व्हाटमोर ने माना कि राष्ट्रीय टीम को प्रशिक्षण देना और एनसीए के खिलाड़ियों को प्रशिक्षित करने का काम एकदम अलग है, लेकिन जहाँ तक उत्साह की बात है, तो इसमें कमी नहीं आई है।