भारत में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के जरिए क्रिकेट जगत में आई आर्थिक क्रांति से चिंतित ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग ने चेताया है कि इससे राष्ट्रीय टीमों के गठन पर भी प्रतिकूल असर पड़ सकता है।
पोंटिंग ने समाचार पत्र 'द ऑस्ट्रेलियन' में लिखे अपने कालम में कहा है कि जितना अकूत धन यहाँ है और जिस तरह भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के पास पैसा और शक्ति है पता नहीं दुनिया के अन्य बोर्ड इससे कैसे निपटेंगे।
पोंटिंग ने दुनिया के क्रिकेट बोर्डों को आईपीएल और इंडियन क्रिकेट लीग (आईसीएल) के होने वाले परिणामों से सतर्क रहने की सलाह दी है। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) पर आरोप लगाया कि वह ट्वेंटी-20 क्रिकेट की क्षमताओं की पहचान करने और इसका इस्तेमाल करने में नाकाम रहा।
उन्होंने कहा कि ट्वेंटी-20 क्रिकेट इंग्लैंड में घरेलू स्तर पर काफी समय से खेली जा रही है, इसके बाद यह दक्षिण अफ्रीका और अब ऑस्ट्रेलिया में लोकप्रिय है।
उन्होंने कहा कि दर्शक इसे काफी पसंद करते हैं। अगर आईसीसी उस समय इस खेल को बढ़ावा देता और इसकी क्षमताओं की पहचान करता तो आईपीएल और आईसीएल की जरूरत ही नहीं पड़ती। पोंटिंग ने आईसीसी से आईपीएल को अंतरराष्ट्रीय कैलेंडर में शामिल करने का भी आग्रह किया।
उन्होंने कहा कि अगर आईसीसी कहता है कि वह आईपीएल के लिए अभी जगह नहीं बना सकता, तो जो इस टूर्नामेंट को चला रहें उसे इसे चलाने को लेकर काफी सतर्क रहना होगा।