पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के कप्तान शोएब मलिक ने कहा है कि उन्होंने राष्ट्रीय टीम की कप्तानी एक बड़ी चुनौती के तौर पर स्वीकार की है और वह देश के लिए बढ़िया प्रदर्शन करने के मौके का फायदा उठाने चाहते हैं।
मलिक ने कहा ऐसा हर रोज नहीं होता कि कम उम्र में आपको देश की अगुवाई करने का मौका मिले। मैं जानता हूँ कि यह एक बड़ी चुनौती है, लेकिन मैं इस मौके का पूरा फायदा उठाकर बढ़िया प्रदर्शन करना चाहता हूँ।
25 वर्षीय हरफनमौला खिलाड़ी ने कहा कि कप्तान बनने के बाद उन्हें इस बात का अहसास हुआ कि अब उन्हें न केवल व्यक्तिगत प्रदर्शन पर गौर करना होगा, बल्कि अब कप्तान की भूमिका भी निभानी होगी।
उन्होंने कहा कप्तान के तौर पर आपको न केवल बढ़िया नेतृत्व करना होता है, बल्कि व्यक्तिगत प्रदर्शन भी सुधारना होता है। यह एक दोहरी भूमिका है और मुझे इसका इंतजार है। अबू धाबी में अगले महीने श्रीलंका के खिलाफ एकदिवसीय श्रृंखला मलिक के लिए पहली चुनौती होगी।
राष्ट्रीय चयन समिति ने लाहौर में शनिवार से शुरू हो रहे प्रशिक्षण शिविर के लिए 39 संभावित खिलाड़ियों के नामों की घोषणा की थी। मलिक ने कहा कि आमंत्रित 13 खिलाड़ियों को गुरुवार को शारीरिक परीक्षण से गुजरना होगा, जबकि अन्य को भी इसी तरह की प्रक्रिया से जाना होगा क्योंकि नए चयनकर्ता फिटनेस पर काफी जोर दे रहे हैं।
शनिवार को होने वाले विश्व कप फाइनल पर उन्होंने कहा कि श्रीलंकाई खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया का विजयरथ रोकने का माद्दा रखते हैं। उन्होंने कहा एक बार फिर ऑस्ट्रेलिया टूर्नामेंट जीतने का प्रबल दावेदार है, लेकिन मुझे लगता है कि यदि श्रीलंका पहले बल्लेबाजी कर 250 रन का स्कोर खड़ा करती है तो उनके पास फाइनल जीतने का बढ़िया मौका रहेगा क्योंकि उनका गेंदबाजी आक्रमण विविधता से परिपूर्ण है।
मलिक ने कहा कि मुथैया मुरलीधरन फाइनल में श्रीलंका के लिए अहम खिलाड़ी होंगे। यदि श्रीलंका बचाव करने लायक स्कोर खड़ा करते हैं तो मुरलीधरन ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों को फिरकी के फेर में फँसा लेंगे।