बांग्लादेश के खिलाफ पहले टेस्ट में शतक जमाकर भारत की जीत में अहम भूमिका निभाने वाले मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंडुलकर दोनों टीमों के बीच 24 जनवरी से मीरपुर के शेरे बांग्ला नेशनल स्टेडियम में भी आकर्षण का केंद्र होंगे जहाँ भारत जीत के साथ श्रृंखला 2-0 से अपने नाम करने के लक्ष्य के साथ उतरेगा।
चटगाँव में पहले टेस्ट की पहली पारी में नाबाद 105 रन बनाकर भारतीय पारी को सस्ते में सिमटने से बचाने वाले तेंडुलकर को शेरे बांग्ला स्टेडियम की पिच रास आती है और यहाँ भारत के एकमात्र मैच में उन्होंने नाबाद 122 रन की पारी खेली थी और टीम को एक बार फिर उनसे बड़ी पारी की उम्मीद होगी।
पहले टेस्ट में 113 रन की जीत के बाद आईसीसी रैंकिंग की चोटी की टेस्ट टीम भारत को फिर जीत का दावेदार माना जा रहा है, क्योंकि बांग्लादेश को अपने इस घरेलू मैदान पर अब भी पहली जीत का इंतजार है।
तेंडुलकर के अलावा भारत की नजरें लगातार पाँच मैचों में शतक जमा चुके गौतम गंभीर, राहुल द्रविड़, वीरेंद्र सहवाग, टीम में वापसी करने वाले महेंद्रसिंह धोनी और हरभजनसिंह के अलावा तेज गेंदबाजी आक्रमण के अगुआ जहीर खान पर टिकी होगी।
मई 2007 में दोनों टीमों के बीच यहाँ खेल गए एकमात्र मैच में भारत ने मेजबान को तीन दिन के भीतर ही पारी और 239 रन के विशाल अंतर से हराया था। भारत ने तब पहले बल्लेबाजी करते हुए दिनेश कार्तिक (129), वसीम जाफर (138), राहुल द्रविड़ (129) और तेंडुलकर के शतकों के अलावा धोनी (नाबाद 51) के अर्धशतक की मदद से तीन विकेट पर 610 रन बनाकर पारी घोषित की थी।
बांग्लादेश की टीम इसके जवाब में जहीर (34 रन पर पाँच विकेट) और पूर्व भारतीय कप्तान अनिल कुंबले (32 रन पर तीन विकेट) की घातक गेंदबाजी के सामने पहली पारी में मात्र 118 रन पर ढेर हो गई थी। पहली पारी में 492 रन से पिछड़ने के बाद फालोआन खेलने उतरी मेजबान टीम दूसरी पारी में भी 253 रन ही बना सकी और मैच पारी और 239 रन के अंतर से हार गई। दूसरी पारी में रमेश पोवार ने तीन जबकि जहीर, कुंबले और तेंदुलकर ने दो-दो विकेट हासिल किए थे।
चोट के कारण पहले टेस्ट में खेलने से वंचित रहने के बाद धोनी और हरभजन अब इस मैच में विरोधी टीम को धूल चटाने को बेताब होंगे, जबकि धोनी की अनुपस्थिति में कप्तानी की बागडोर संभालने वाले सहवाग भी कप्तानी का बोझ हटने के बाद बड़ी पारी खेलने को बेताब होंगे।
इनके अलावा लगातार पाँच मैचों में शतक जमाने वाले सलामी बल्लेबाजी गंभीर एक बार फिर शतक जमाकर लगातार छह शतक के पूर्व महान खिलाड़ी सर डॉन ब्रैडमैन के रिकॉर्ड की बराबरी करने के इरादे से उतरेंगे। दिल्ली के उनके साथी ईशांत शर्मा यहाँ पिछले मैच की बुरी यादों को भूलकर इस बार अपनी छाप छोड़ना चाहेंगे। ईशांत यहाँ अपने पिछले मैच में केवल एक विकेट हासिल कर पाए थे।
दूसरी तरफ बांग्लादेश की उम्मीदें तमिम इकबाल और इमरूल कायेस की अनुभवी जोड़ी के अलावा कप्तान साकिब अल हसन और पहले टेस्ट की दूसरी पारी में शतक बनाने वाले मुशफिकर रहीम पर टिकी होंगी। मेजबान टीम की राह हालाँकि आसान नहीं होगी क्योंकि उसे शेरे बांग्ला स्टेडियम में खेले चार मैचों में से तीन में शिकस्त का सामना करना पड़ा है जबकि एक मैच ड्रॉ रहा। (भाषा)