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मुझे किसी ने मजबूर नहीं किया : गांगुली

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नई दिल्ली (वार्ता) , मंगलवार, 31 जुलाई 2007 (00:23 IST)
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने इन अफवाहों का खंडन किया है कि टीम इंडिया के कप्तान राहुल द्रविड़ ने उन्हें और सचिन तेंडुलकर को सितम्बर में होने वाले पहले ट्वंटी-20 विश्व कप से अलग रहने का फैसला करने के लिए 'मजबूर' किया था।

गांगुली ने निजी समाचार चैनल 'आजतक' के साथ बातचीत में मीडिया में आई उन रिपोर्टो को खारिज कर दिया, जिनमें कहा गया था कि द्रविड़ ने ट्वंटी-20 विश्व कप की टीम में शामिल न होने का फैसला खुद करके चयन समिति को इसकी सूचना दे दी थी।

गांगुली ने इस विवाद पर पहली बार अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि दक्षिण अफ्रीका में होने वाले ट्वंटी- 20 विश्व कप में न खेलने का फैसला केवल द्रविड़ का नहीं, बल्कि उनका और सचिन का भी था।

उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर हमारे बीच मतभेद की खबरें गलत है और यह कोई मुद्दा ही नहीं है। दरअसल ट्वंटी- 20 क्रिकेट युवा खिलाड़ियों के लिए है, लिहाजा हमने इससे अलग रहने का फैसला किया।

यह पूछे जाने पर कि ट्वंटी-20 विश्व कप की संभावित खिलाड़ियों की सूची में शामिल न होने के लिए क्या द्रविड़ ने उनसे और सचिन से कुछ कहा था? गांगुली ने कहा नहीं, राहुल ने हमसे इस तरह की कोई बात नही की थी। यह पूरी तरह से हमारा अपना फैसला था।

चयनसमिति के अध्यक्ष दिलीप वेंगसरकर ने संभावित खिलाड़ियों की घोषणा के वक्त बताया था कि द्रविड़ ने उन्हें फोन करके अपने गांगुली और सचिन के इस फटाफट क्रिकेट से अलग रहने के फैसले की जानकारी दी।

भारतीय टीम की इन तीन बड़ी हस्तियों ने ट्वंटी-20 को युवा खिलाड़ियों के अधिक अनुकूल बताया था। उनके इस फैसले के बाद चयन समिति ने ट्वंटी-20 विश्व कप के 30 संभावित खिलाड़ियों की सूची में भारतीय टीम के इन तीन बड़े नामों को शामिल नहीं किया।

लेकिन इस मामले में ताजा विवाद उस समय खड़ा हो गया जब एक दूसरे समाचार चैनल ने यह खबर दी कि बोर्ड के निर्देश पर यह फैसला द्रविड़ ने किया था और इससे गांगुली तथा सचिन खुश नहीं थे। इस चैनल ने तो यह भी दावा किया था कि द्रविड़ के इस निर्णय के बाद सचिन और उनके बीच कई दिनों तक बोलचाल बंद रही थी।

इस खबर ने अपनी शांत तबियत के लिए विख्यात द्रविड़ को भी परेशान कर दिया। इस रिपोर्ट से खासे व्यथित नजर आ रहे द्रविड़ ने गत शुक्रवार को कहा था कि इस तरह की कोई घटना नहीं हुई थी और ट्वंटी-20 विश्व कप से अलग रहने का फैसला उन्होंने सचिन और गांगुली से सलाह करने के बाद किया था।

द्रविड़ ने कहा था कि मैंने 100 से अधिक टेस्ट मैच खेले हैं और सचिन तथा सौरव भी 100 टेस्ट से अधिक खेल चुके हैं। क्या अपको लगता है कि मैं बिना उनसे पूछे इस तरह का फैसला कर सकता हूँ। उन्होंने इस तरह की खबरें देने से पहले मीडिया से उनकी पुष्टि करने की अपील की।

भारतीय कप्तान ने अपने दावे पर कायम रहते हुए कहा कि अगर बाकी दोनों (सचिन और सौरव) उससे कुछ अलग कहते हैं जो मैं आपको बता रहा हूँ तो मैं कल ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलना छोड़ दूँगा।

द्रविड़ ने मीडिया पर अपना गुस्सा उतारते हुए कहा कि आप कह सकते हैं कि मैं बल्लेबाजी नहीं कर सकता, मुझे कप्तानी नहीं आती और मुझे फील्डिंग के बारे में भी कुछ नहीं पता है।

लेकिन मैं इस पर आपको कुछ नहीं कहूँगा क्योंकि यह आपका काम है, लेकिन खबर बनाने के लिए आप इस तरह से तथ्यों से खिलवाड़ नहीं कर सकते हैं। उनकी इस नाराजगी के बावजूद चैनल अपनी रिपोर्ट पर कायम रहा।

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