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मेजबानी छिनी तो हर्जाना माँगेगा पीसीबी

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लाहौर (वार्ता) , गुरुवार, 10 जुलाई 2008 (13:17 IST)
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) पर पाकिस्तान में होने वाली चैम्पियंस ट्रॉफी के आयोजन स्थल में परिवर्तन के लिए लगातार बढ़ रहे दबाव के बीच पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने कहा है कि आईसीसी अगर टूर्नामेंट की जगह में बदलाव पर रजामंद हुई तो पीसीबी इसके वाजिब हर्जाने की माँग करेगा।

'द न्यूज' में पीसीबी के करीबी सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि पाकिस्तान तमाम तैयारियों के बाद चैम्पियंस ट्रॉफी को लेकर आईसीसी के किसी तरह के नकारात्मक फैसले का बोझ सहने की स्थिति में नहीं है, लेकिन अगर ऐसा हुआ तो पीसीबी इसके हर्जाने की माँग करेगा।

पाकिस्तान हालाँकि चैम्पियंस ट्रॉफी की मेजबानी छोड़ने के पक्ष में नहीं है, लेकिन अगर उसे ऐसा करने पर मजबूर किया गया तो वह आईसीसी से बतौर हर्जाना 30 लाख डॉलर की माँग करेगा। हालाँकि चैम्पियंस ट्रॉफी के आयोजन स्थल में बदलाव की स्थिति में पीसीबी को इस धनराशि से वंचित भी होना पड़ सकता है।

सम्भावना व्यक्त की जा रही है कि अगर पीसीबी से चैम्पियंस ट्राफी की मेजबानी छीनी जाती है तो वह इस टूर्नामेंट के अगले संस्करण की मेजबानी की माँग करने के बारे में सोच सकता है।

अगली चैम्पियंस ट्राफी वेस्टइंडीज में होनी है मगर पीसीबी आईसीसी से इस पर पुनर्विचार करने का आग्रह करेगा। हालाँकि माना जा रहा है कि आईसीसी इस माँग को स्वीकार नहीं करेगी क्योंकि इससे वेस्टइंडीज के हितों को नुकसान पहुँचेगा।

गौरतलब है कि पाकिस्तान में चैम्पियंस ट्राफी के आयोजन को लेकर गतिरोध दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के खिलाड़ियों ने हिंसाग्रस्त पाकिस्तान में इस टूर्नामेंट के दौरान अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता जाहिर की है। ऑस्ट्रेलिया के कुछ वरिष्ठ खिलाड़ियों ने तो पाकिस्तान में चैम्पियंस ट्रॉफी खेलने से साफ इनकार कर दिया है।

विभिन्न टीमों के खिलाड़ी पाकिस्तान में सुरक्षा को लेकर अपनी फिक्र काफी पहले ही जाहिर कर चुके हैं और राजधानी इस्लामाबाद में लाल मस्जिद के पास हाल में हुए फिदायीन हमले ने इन चिंताओं को और बढ़ा दिया है।

आईसीसी ने इससे पहले श्रीलंका को चैम्पियंस ट्राफी की मेजबानी के विकल्प के रूप में रखा था, मगर बाद में उसकी जगह दक्षिण अफ्रीका को दे दी गई।

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