बाएं हाथ के मध्यम तेज गेंदबाज इरफान पठान ने कहा कि पिछले दो वर्षों की उनकी कड़ी मेहनत रंग लाई है और अब वे भारतीय टीम में वापसी कर बेहद खुश हैं। इरफान मिले इस मौके का पूरा लाभ उठाना चाहेंगे।
इरफान ने कहा- मैं भाग्यशाली हूं कि मुझे राष्ट्रीय टीम में वापसी का मौका मिला और सभी की दुआओं से मैं लंबे समय तक टीम में बने रहना चाहूंगा। मुझे समझ नहीं आ रहा है कि वापसी के लिए ज्यादा खुशी व्यक्त करूं या राहत, लेकिन मैं इस मौके का पूरा फायदा उठाना चाहूंगा।
इरफान ने कहा कि बाहर रहने के दौरान भी मैंने काफी कुछ सीखा है। अगर आप किसी जमे-जमाए बल्लेबाज को पुरानी गेंद से आउट कर दें तो इससे ज्यादा खुशी का क्षण कोई और नहीं हो सकता है। मैं अब इसके काबिल हो गया हूं। गेंदबाजी में मुझे जो तकनीक चाहिए थी, वह मैं हासिल कर चुका हूं।
101 वन-डे मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके इरफान ने कहा कि वे एमआरएफ पेस अकादमी के टीए शेखर के आभारी हैं क्योंकि उनकी सलाह से गेंदबाजी में सुधार हो पाया। इरफान ने कहा- शेखर ने मेरी कलाई संबंधी दिक्कतों को दूर करने में मदद की जिसकी वजह से मैं स्विंग गेंदबाजी के हथियार का पुनः उपयोग कर पा रहा हूं।
29 टेस्ट मैचों में 100 शिकार करने वाले इरफान ने कहा कि अब उन्होंने गति पर ध्यान देना बंद कर दिया है। अब उनका पूरा ध्यान इस बात पर रहता है कि गेंद को देर से स्विंग करे या फिर अपनी लेंग्थ से बल्लेबाजों को गलती के लिए मजबूर कर उन्हें आउट किया जाए। उन्होंने कहा- मैं टीम में जगह मिलने या नहीं मिलने से ज्यादा नहीं घबराता हूं। खुद पर भरोसा करना और अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना ही मेरा मूल मंत्र है। अंततः प्रदर्शन पर ही सबकुछ निर्भर करता है।
वर्ष 2003-04 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण करने वाले इरफान 2008-09 के बाद अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य से अचानक गायब हो गए थे। (ब्यूरो)