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रैंकिंग में भारत नंबर वन का हकदार:मुरली

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हमें फॉलो करें आईसीसी रैंकिंग टेस्ट क्रिकेट कुमार संगकारा मुथैया मुरलीधरन
जोहानसबर्ग , मंगलवार, 10 अगस्त 2010 (19:30 IST)
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श्रीलंकाई कप्तान कुमार संगकारा को भले ही आईसीसी रैंकिंग व्यवस्था में खामियाँ नजर आती हों लेकिन टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह चुके स्पिनर मुथैया मुरलीधरन ने इसे क्लीन चिट देते हुए कहा कि भारत टेस्ट चैम्पियनशिप तालिका में नंबर वन का हकदार है।

संगकारा ने पिछले महीने इस प्रणाली पर अँगुली उठाते हुए कहा था कि आईसीसी ने फ्यूचर टूर कार्यक्रम में उचित घरेलू और बाहरी प्रारूप तैयार नहीं किया है। महेंद्र सिंह धोनी की टीम ने श्रीलंका, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका से उनकी धरती पर श्रृंखला नहीं जीती है।

पिछले महीने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने वाले मुरलीधरन ने कहा कि किसी भी टीम को नंबर वन बनने के लिए दूसरी सभी टीमों को उनकी धरती पर हराना जरूरी नहीं है।

उन्होंने यहाँ चैम्पियंस टी20 लीग के लांच के दौरान पत्रकारों से कहा कि भारत नंबर वन टेस्ट टीम बने रहने का हकदार है क्योंकि उसने कई मैच जीते हैं। उसने ऑस्ट्रेलिया को ऑस्ट्रेलिया में हराया, इंग्लैंड को इंग्लैंड में हराया और श्रीलंका से श्रृंखला ड्रॉ खेली।

मुरली ने कहा कि आप यह कहकर आलोचना नहीं कर सकते कि अंक प्रणाली अच्छी नहीं है। इसके मायने हैं कि आप सभी के दोष तलाश रहे हैं। यदि कोई टीम हकदार है तो उसे श्रेय दिया जाना चाहिए। उन्होंने अपने चिर आलोचक बिशन सिंह बेदी के हालिया बयानों पर कोई टिप्पणी से इंकार करते हुए कहा कि कोई क्या कह रहा है, मैं इसकी परवाह नहीं करता। मुझे जो कहना था, मैने कह दिया।

यह पूछने पर कि ईरापल्ली प्रसन्ना और मनिंदर सिंह जैसे पूर्व क्रिकेटरों द्वारा आलोचना से क्या वह हैरान थे? मुरली ने कहा कि मैं दूसरों के कहे की परवाह नहीं करता। मैंने जो कहना था, कह दिया।

37 बरस के इस गेंदबाज का मानना है कि किसी खिलाड़ी के आकलन का मानदंड उसकी उम्र नहीं होना चाहिए। मुझे नहीं लगता कि यदि आप फिट हैं तो उम्र कोई मानदंड होना चाहिए। सचिन तेंडुलकर 37 बरस की उम्र में शतक और दोहरे शतक लगा रहा है। मैंने भी इस उम्र में विकेट लिए हैं। टेस्ट क्रिकेट में अनुभव काफी फायदेमंद होता है। युवा और अनुभवी खिलाड़ियों का तालमेल होना चाहिए।

मुरली ने यह भी कहा कि श्रीलंका में फ्लॉप रहने के कारण हरभजन सिंह को अनावश्यक दबाव नहीं लेना चाहिए। उन्होंने कहा हरभजन का आकलन सिर्फ एक टूर्नामेंट के आधार पर नहीं किया जा सकता। वह खराब दौर से जूझ रहे हैं लेकिन वह महान गेंदबाज हैं और विकेट लेंगे।

उन्होंने महेंद्र सिंह धोनी को सलाह दी है कि वीरेंद्र सहवाग को अनियमित गेंदबाज के रूप में इस्तेमाल नहीं करे क्योंकि इससे उनकी बल्लेबाजी पर असर पड़ सकता है। (भाषा)

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