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ली के संन्यास से फ्रेडी दु:खी

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सिडनी , बुधवार, 24 फ़रवरी 2010 (17:08 IST)
FILE
ब्रेट ली को कथित तौर पर टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के लिए राजी करने वाले इंग्लैंड के ऑलराउंडर एंड्रयू फ्लिंटाफ ने आज कहा कि वह ऑस्ट्रेलिया के इस तेज गेंदबाज के संन्यास से दु:खी हैं जबकि अन्य पूर्व और मौजूदा क्रिकेटरों ने दुनिया के सबसे तूफानी गेंदबाजों में शुमार इस तेज गेंदबाज की तारीफों के पुल बाँधे।

एकदिवसीय और टी 20 करियर लंबा खींचने के लिए खुद भी टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने वाले फ्लिंटाफ ने कहा कि एशेज के उनके इस प्रतिद्वंद्वी और अच्छे मित्र को ऑस्ट्रेलिया के सफलता के स्वर्णिम युग में अहम भूमिका निभाने के लिए याद किया जाएगा।

उन्होंने कहा, ‘यह सुनकर काफी दुख हुआ कि ब्रेट टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेगा। मेरे अपने अनुभव से मुझे पता है कि लगातार चोटों के बीच सर्वोच्च स्तर पर लगातार अच्छा प्रदर्शन करना कितना मुश्किल है, लेकिन मुझे पूरा भरोसा है कि ब्रेट को दुनियाभर के क्रिकेट प्रेमी एक बेहतरीन एथलीट, महान तेज गेंदबाज और ऑस्ट्रेलिया की सफलता में अहम भूमिका निभाने के लिए याद करेंगे।’

फ्लिंटाफ ने कहा, ‘मैं जब भी उसके खिलाफ खेला वह मुझे हर बार कड़ा प्रतिद्वंद्वी लगा, लेकिन मुझे पता है कि वह हाल के महीनों में चोट को लेकर जूझता रहा।’

इस बीच ऑस्ट्रेलिया के कप्तान रिकी पोंटिंग ने कहा कि ली को खेल के महान खिलाड़ियों में से एक के रूप में याद किया जाएगा। पोंटिंग ने सबसे साथी गेंदबाज की तारीफ करते हुए कहा, ‘निश्चित तौर पर उसे इसी तरह याद किया जाएगा।’

उन्होंने कहा, ‘अगर हम सभी एक मिनट सोचें कि इन 10 से 12 वर्ष में उसने क्या योगदान दिया है तो मुझे लगता है कि वह पीठ थपथपाने का हकदार है।’ ऑस्ट्रेलिया के महान तेज गेंदबाज डेनिस लिली ने भी पोंटिंग के सुर में सुर मिलाते हुए ली को अब तक के सबसे महान तेज गेंदबाजों में से एक करार दिया।

उन्होंने कहा, ‘ब्रेट का नाम दुनिया के सर्वकालिक तेज गेंदबाजों में शुमार किया जाएगा। डेढ़ सौ किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से अधिक से गेंदबाजी करने पर शरीर पर काफी झटका पड़ता है।’

उन्होंने कहा, ‘उस 76 टेस्ट खेलने और 300 से अधिक विकेट चटकाने के लिए पूरा श्रेय जाता है।’ ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान और अब कमेंटेटर की भूमिका निभा रहे रिची बेनो ने उम्मीद जताई कि ली कोहनी की चोट से उबरने के बाद सीमित ओवरों के मैचों में अपनी जगह दोबारा हासिल करने में सफल रहेगा।

बेनो ने कहा, ‘मुझे उम्मीद है कि बेट्र सीमित ओवरों के अंतरराष्ट्रीय मैचों में ऑस्ट्रेलिया की ओर से खेलना जारी रखेगा। वह रिवर्स स्विंग का मास्टर है और टेस्ट क्रिकेट में अपने देश का प्रतिनिधित्व करने पर अब किसी को इससे अधिक गर्व नहीं हुआ।’ पूर्व टेस्ट सलामी बल्लेबाज जस्टिन लैंगर ने कहा कि टेस्ट क्रिकेट को ली की कमी खलेगी जिन्होंने 1999 में भारत के खिलाफ मेलबर्न में पांच विकेट चटकाकर टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया था।

इसी तरह तेज गेंदबाज जेसन गिलेस्पी ने कभी हार नहीं मानने के अपने इस पूर्व साथी के रवैए की तारीफ की। (भाषा)

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