इंडियान क्रिकेट लीग (आसीएल) से जुड़े खब्बू बल्लेबाज अब्बस अली का मानना है कि देश में पैर जमा रही क्रिकेट लीग संस्कृति ने खिलाड़ियों के आत्मविश्वास में जबरदस्त इजाफा किया है। उन्होंने कहा कि खेल के इस नए अवतार ने खिलाड़ियों के लिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य में जगह बनाने के मौके भी पैदा कर दिए हैं।
बत्तीस साल के अब्बास ने से संक्षिप्त बातचीत में कहा कि मैंने मध्यप्रदेश टीम में काफी वक्त बिताया। लेकिन आईसीएल से जुड़ने के बाद मिला तजुर्बा गजब का है। मुझे अब ज्यादा लोग जानने लगे हैं। असल में क्रिकेट लीग संस्कृति से खिलाड़ियों का आत्मविश्वास और उनकी बेहतरी के मौके दोनों बढ़ गए हैं।
उन्होंने खारिज किया कि देश की क्रिकेट लीगों में घरेलू खिलाड़ियों को नजरअंदाज किया जा रहा है। क्या कारण है कि लंबे वक्त से भारतीय क्रिकेट टीम से मध्यप्रदेश के चेहरे नदारद रहे हैं। इस पर अब्बास ने कहा मेरे ख्याल में इसकी सबसे बड़ी वजह खिलाड़ियों के प्रदर्शन में स्थिरता का अभाव है। अच्छे प्रदर्शन को लंबे वक्त तक बरकरार रखे बगैर कोई उम्मीद लगाना बेमानी है। मगर हाल में कुछ प्रतिभावान लड़के सामने आए हैं। मुझे पूरी उम्मीद है कि यह दुनिया भर में प्रदेश का नाम रोशन करेंगे।
महान क्रिकेटर मुश्ताक अली के पोते अब्बास इस सिलसिले में जोर देकर कहते हैं कि प्रदेश में जूनियर स्तर पर क्रिकेटरों को सही प्रशिक्षण दिया जाना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि इस दिशा में कुछ प्रयास किए जा रहे हैं और इनका असर आने वाले दिनों में दिखाई दे सकता है।
लीग संस्कृति में तड़क-भड़क की जरूरत से जुड़े सवाल पर अब्बास ने कहा कि इन दिनों मेरा पूरा ध्यान खेल पर है।