तेज गेंदबाज रस्टी थेरोन की शानदार गेंदबाजी के बाद मार्क बाउचर की 26 गेंद में 40 रन की पारी से वारियर्स ने शनिवार को यहाँ चैम्पियंस लीग ट्वेंटी-20 टूर्नामेंट में वायम्बा को सात विकेट से हराया।
मैन ऑफ द मैच थेरोन (तीन विकेट) के नेतृत्व वाली वारियर्स की गेंदबाजी के सामने श्रीलंका की वायम्बा टीम ने नौ विकेट खोकर 153 रन बनाए। जवाब में मार्क बाउचर (नाबाद 40) और जस्टिन क्रेश्च (नाबाद 37) की शानदार 63 रन की साझेदारी की मदद से वारियर्स ने आसानी से जीत दर्ज की।
करीब साढ़े सात रन की रन गति वाले लक्ष्य का पीछा करने उतरी वारियर्स की टीम को तीसरे ओवर की पहली गेंद पर पहला झटका लगा जब तेज गेंदबाज चनाका वेलेगेदारा ने सलामी बल्लेबाज एश्वेल प्रिंस (10) की गिल्लियाँ बिखेर दीं।
डेवी जैकब्स (26) और कोलिन इनग्राम (34) ने दूसरे विकेट के लिए 52 रन की साझेदारी कर जीत की मजबूत नींव रखी जिसे बाउचर और क्रेश्च ने 18.2 ओवर में मंजिल तक पहुँचाया। बाउचर ने 26 गेदों की पारी में चार चौके और दो छक्के लगाए। वायम्बा की ओर से वेलेगेदारा, अजंता मेंडिस और रंगना हेराथ ने एक-एक विकेट लिया।
इससे पहले सलामी बल्लेबाज जीवंता कुलातुंगा (59 रन) और कुशाल परेरा (39 रन) की तेजतर्रार पारियों की बदौलत वायम्बा ने नौ विकेट पर 153 रन का सम्मानजनक स्कोर खड़ा किया। दाएँ हाथ के सलामी बल्लेबाज जीवंता ने 44 गेंदों में 59 रन बनाए जिसमें छह चौके और तीन शानदार छक्के शामिल हैं। मध्यक्रम के बल्लेबाज कुशाल परेरा ने कुलातुंगा का बेहतरीन साथ निभाया और उनके साथ चौथे विकेट के लिए 60 रन की साझेदारी की।
परेरा ने 22 गेंदों की अपनी पारी में एक चौका और तीन जोरदार छक्के भी जड़े। हालाँकि इन दोनों के अलावा वायम्बा का कोई अन्य बल्लेबाज पिच पर टिककर खेलने में नाकामयाब रहा और छह बल्लेबाज दोहरे अंक तक भी नहीं पहुँचे।
वारियर्स की ओर से तेज गेंदबाज रस्टी थेरोन ने तीन, मखाया नतिनी ने दो जबकि लोनवाबो सोसोबे, जोहान बोथा और निकी बोए ने एक-एक बल्लेबाज को पैवेलियन भेजा।
वायम्बा के कप्तान जेहान मुबारक ने टास जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया, लेकिन उनका फैसला गलत नजर आया जब मैच की दूसरी की गेंद पर अनुभवी बल्लेबाज माहेला जयवर्धने बिना खाता खोले आउट हो गए। टीम के स्कोर में दो रन ही जुड़ पाए थे कि माहेला उदावाते (02) भी थेरोन की गेंद पर निकी बोए के हाथों में कैच देकर पैवेलियन लौटे।
दो विकेट गिरने के बावजूद तीसरे ओवर में कुलातुंगा ने लगातार दो चौके और एक छक्का लगाकर अपने इरादे स्पष्ट कर दिए। उन्होंने तीसरे विकेट के लिए कप्तान जेहान मुबारक और चौथे विकेट के लिए कुशाल परेरा के साथ अच्छे तालमेल के साथ बल्लेबाजी की। कुलातुंगा और कुशाल के आउट होने के बाद कोई बल्लेबाज लंबी पारी नहीं खेल सका और वारियर्स के गेंदबाजों ने लगाम कस ली। (भाषा)