वेस्टइंडीज क्रिकेट आज भले ही संकट के दौर से गुजर रहा है लेकिन पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ का कहना है कि कैरेबियाई टीम को उसी की जमीन में मात देना टीम इंडिया के लिए कतई आसान नहीं होगा।
द्रविड़ ने शुक्रवार को यहां एक कार्यक्रम के दौरान कहा गौतम गंभीर के लिए वेस्टइंडीज को उसी के घर में हराना एक बड़ी चुनौती है। कैरेबियाई टीम अपनी जमीन पर बेहतरीन प्रदर्शन करती है। लेकिन हमें यह देखना होगा कि भारत के खिलाफ वेस्टइंडीज कैसी टीम उतारता है।
उन्होंने कहा अगर वेस्टइंडीज अपने सभी शीर्ष खिलाड़ियों को भारत के खिलाफ उतारता है तो यह एक बहुत कठिन सिरीज होगी इसमें कोई संदेह नहीं है। भारत के लिए यह एक अच्छी सिरीज होगी। नियमित कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी, सचिन तेंडुलकर और मुख्य तेज गेंदबाज जहीर खान की अनुपस्थिति में वेस्टइंडीज दौरे के लिए गंभीर को एकमात्र ट्वेंटी-20 मैच और पांच वनडे मैचों के लिए टीम की कमान सौंपी गई है। गंभीर की कप्तानी में भारत ने न्यूजीलैंड के खिलाफ 5-0 से ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी।
द्रविड़ ने कहा वेस्टइंडीज में हर द्वीप की परिस्थितियां अलग हैं। इसलिए वहां की परिस्थितियों के अनुरूप खुद को ढालना सबसे अहम है। बारबाडोस, सेंट लूसिया और किंग्सटन की विकेटों में काफी अंतर है। हर द्वीप का अपना अलग मौसम है। वेस्टइंडीज दौरे के लिए चुनी गई टीम पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए द्रविड़ ने कहा टीम में युवा और अनुभवी खिलाड़ियों का अच्छा मिश्रण है। टीम में कई ऐसे खिलाड़ी हैं जो 60 से अधिक वनडे खेल चुके हैं। इस लिहाज से वे काफी अनुभवी हैं। मुझे लगता है कि टीम अच्छा प्रदर्शन करेगी।
यह पूछने पर कि वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड और सीनियर खिलाड़ियों के बीच जारी खींचतान से क्या सीरीज पर कोई प्रभाव पड़ेगा। द्रविड ने कहा इस पर टिप्पणी करना कठिन है। मैं दोनों पक्षों की आंतरिक राजनीति से वाकिफ नहीं हूं। जहां तक कैरेबियाई टीम के समर्थकों की बात है तो वे जरूर चाहेंगे कि इस सिरीज में सभी शीर्ष खिलाड़ी हिस्सा लें।
द्रविड़ की कप्तानी में भारत ने 2005-06 में वेस्टइंडीज में टेस्ट श्रृंखला जीती थी। वर्ष 1970-71 के बाद टीम इंडिया की कैरेबियाई जमीन पर यह पहली टेस्ट सिरीज जीत थी। द्रविड़ 1996-97 और 2001-02 में वेस्टइंडीज का दौरा करने वाली टीम के सदस्य थे। (वार्ता)