मुख्य चयनकर्ता दिलीप वेंगसरकर श्रीलंका में भारत के अनुभवी मध्यक्रम की विफलता को अपवाद मानते हुए कहते हैं कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चार टेस्ट मैचों की आगामी श्रृंखला में बल्लेबाज इस नाकामी को भुलाकर नए सिरे से तरोताजा होकर खेलेंगे।
वेंगसरकर का यह भी मानना है ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पिछली श्रृंखला मामूली अंतर से हारने और एक दिवसीय श्रृंखला में ऐतिहासिक पहली जीत दर्ज करने वाली भारतीय टीम का मनोबल काफी ऊँचा होगा। उन्होंने यह भी कहा कि आगामी श्रृंखला काँटे की होगी।
पूर्व टेस्ट कप्तान ने विशेष साक्षात्कार में कहा कि सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर और वीरेंद्र सहवाग को अच्छा प्रदर्शन करना होगा। उन्होंने महेंद्रसिंह धोनी की टीम में वापसी की भी सराहना की जो थकान के कारण श्रीलंका में टेस्ट श्रृंखला नहीं खेले थे।
उन्होंने भारत न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया 'ए' टीमों के बीच त्रिकोणीय श्रृंखला के आयोजन और चयनकर्ताओं को भुगतान के क्रिकेट बोर्ड के फैसले को भी सही ठहराया। वेंगसरकर से हुई बातचीत के अंश इस प्रकार हैं -
प्रश्न : ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत के जीतने की कितनी संभावना है?
उत्तर : भारत जीत सकता है। यह काफी करीबी श्रृंखला होगी। भारत ने ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट मैचों में अच्छा प्रदर्शन किया और श्रृंखला जीतने के करीब था लेकिन कुछ अहम फैसले भारत के खिलाफ चले गए। वैसे क्रिकेट में कोई कयास नहीं लगाए जा सकते।
प्रश्न : ऑस्ट्रेलिया में पिछली श्रृंखला में भारत ने मेजबान को कड़ी चुनौती दी। क्या उसका असर आगामी श्रृंखला में टीम के मनोबल पर पड़ेगा?
उत्तर : निश्चित तौर पर। ऑस्ट्रेलिया को वनडे में भी भारत ने हराया था। यह श्रृंखला दुनिया की दो बेहतरीन टीमों के बीच मुकाबला होगी।
प्रश्न : एंड्रयू सायमंड्स की गैर मौजूदगी से ऑस्ट्रेलियाई आक्रमण कितना कमजोर हुआ है?
उत्तर : यह हमारी चिंता का विषय नहीं है। हमें इससे कोई सरोकार नहीं कि उनकी टीम में कौन चुना जाता है और कौन नहीं। हमें बस अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन से मतलब है।
प्रश्न : वीरेंद्र सहवाग की भूमिका कितनी अहम होगी?
उत्तर : यह टीम का खेल है और सभी को योगदान देना होगा। वैसे वीरू बेहतरीन फार्म में है। वह और गौतम गंभीर यदि फॉर्म में रहे तो बाकी बल्लेबाजों केलिए आसान हो जाएगा।
प्रश्न : श्रीलंका में मध्यक्रम विफल रहा। क्या आपने सीनियर खिलाड़ियों से बात करके उन्हें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलने के लिए कुछ टिप्स दिए हैं?
उत्तर : भारत का मौजूदा बल्लेबाजी क्रम दुनिया का सबसे अनुभवी है। श्रीलंका में नाकामी अपवाद थी और मुझे यकीन है कि सभी नये सिरे से अच्छा प्रदर्शन करने को लालायित होंगे।
प्रश्न : ऑस्ट्रेलिया ने तेज गेंदबाजों को अपने आक्रमण का आधार बनाया है। बदले में भारतीय तेज गेंदबाजी को आप किस तरह आंकते हैं?
उत्तर : हम टीम अपनी ताकत का पूरा उपयोग करना चाहती है। ऑस्ट्रेलिया के पास स्पिनरों की तुलना में तेज गेंदबाज अच्छे हैं। उन्हें शेन वॉर्न की कमी निश्चित तौर पर खलेगी। भारत के पास भी ईशांत शर्मा और जहीर खान जैसे उम्दा तेज गेंदबाज है। इसके अलावा मुनाफ, आरपी सिंह, श्रीसंथ फिट होने पर :और प्रवीण कुमार के विकल्प हैं ही।
प्रश्न : ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों और बल्लेबाजों में से सबसे बड़ा खतरा कौन है?
उत्तर : ऑस्ट्रेलिया बेहतरीन टीम है और वे पाजीटिव क्रिकेट खेलते हैं। उनकी फिटनेस का कोई सानी नहीं। वैसे इस पर भी निर्भर करता है कि उनकी युवा टीम खुद को भारतीय पिचों पर कैसे ढालती है। यह आसान नहीं होगा लिहाजा उन पर काफी दबाव रहेगा।
प्रश्न : हरभजनसिंह के फॉर्म को लेकर आपकी क्या राय है?
उत्तर : हरभजन को चुनौतियों का सामना करना पसंद है। ऑस्ट्रेलिया से उसे काफी चुनौतियाँ मिली है। उसने श्रीलंका में अच्छी गेंदबाजी की और मुझे यकीन है कि अब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वह अच्छा खेलेगा।
प्रश्न : टेस्ट श्रृंखला केलिए धोनी की उपलब्धता पर आपकी राय इससे टीम के प्रदर्शन पर कितना फर्क पड़ेगा?
उत्तर : धोनी की वापसी से काफी फर्क पड़ेगा। वह काफी परिपक्व हो चुका है और हालात का बखूबी सामना कर सकता है।
प्रश्न : भारतीय टीम का आगामी कार्यक्रम काफी व्यस्त है। ऐसे में क्या तेज गेंदबाजों को रोटेट करने पर विचार किया गया है?
उत्तर : यह सब टीम के प्रदर्शन पर निर्भर करेगा। इसके अलावा फिटनेस की भूमिका भी अहम होगी। बीसीसीआई ने भारत ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड 'ए' टीमों के बीच श्रृंखला कराकर अच्छा काम किया है। इससे हमारे लिए चयन के विकल्प बढ गए हैं।
प्रश्न : सौरव गांगुली और युवराजसिंह जैसे खिलाड़ियों की वापसी का क्या रास्ता होगा?
उत्तर : क्रिकेट में सब कुछ फार्म और फिटनेस पर निर्भर करता है। खिलाड़ियों को बाईस गज के बीच में लगातार अच्छा प्रदर्शन करना होगा।
प्रश्न : सुरेश रैना एस बद्रीनाथ और रोहित शर्मा जैसे टेस्ट टीम में प्रवेश की दहलीज पर खड़े खिलाड़ियों के प्रदर्शन से क्या आप संतुष्ट हैं?
उत्तर : बिल्कुल। लेकिन टेस्ट टीम में जगह पाने केलिए इन्हें किसी भी तरह के मैच में मौका मिलने पर हमेशा अच्छा प्रदर्शन करना होगा।
प्रश्न : मुख्य चयनकर्ता के तौर पर अपने कार्यकाल को कैसे देखते हैं क्या आप पद पद आगे भी बने रहने के इच्छुक हैं?
उत्तर : मैने अपने कार्यकाल का पूरा लुत्फ उठाया और पिछले दो साल में भारतीय क्रिकेट के हित मेंलिए गए हमारे सारे फैसले सही साबित हुए।
प्रश्न : चयनकर्ताओं को भुगतान के बीसीसीआई के फैसले पर आपकी राय?
उत्तर : यह अच्छा फैसला है जो बरसों पहले ही लागू हो जाना चाहिए था। चयनकर्ताओं का अधिकांश समय यात्रा और मैच देखने में बीतता है लिहाजा उनकी आय का कोई और साधन नहीं होता।