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सचिन और गांगुली वन-डे टीम से बाहर

हमें फॉलो करें सचिन और गांगुली वन-डे टीम से बाहर
मुंबई , रविवार, 3 जून 2007 (20:11 IST)
राष्ट्रीय चयनकर्ताओं ने भारतीय टीम के दो सबसे अनुभवी सदस्यों सचिन तेंडुलकर और सौरव गांगुली को आगामी बांग्लादेश दौरे के लिए एक दिवसीय क्रिकेट टीम से बाहर रखा है, जबकि हरभजन सिंह अजीत आगरकर और इरफान पठान की टेस्ट और वन-डे दोनों टीमों से छुट्टी हो गई है।

विश्व कप के पहले दौर से बाहर होने वाली भारतीय टीम का बांग्लादेश दौरा 7 मई से शुरू होगा। दिलीप वेंगसरकर की अध्यक्षता वाली राष्ट्रीय चयन समिति की शुक्रवार को ढाई घंटे तक चली बैठक के बाद बीसीसीआई सचिव निरंजन शाह ने टीम की घोषणा की।

वन-डे टीम : राहुल द्रविड़ (कप्तान), गौतम गंभीर, रॉबिन उथप्पा, वीरेंद्र सहवाग, युवराज सिंह, महेंद्र सिंह धोनी, दिनेश कार्तिक, मनोज तिवारी, एस.श्रीसंत, मुनाफ पटेल, जहीर खान, आर.पी. सिंह, पीयूष चावला, रमेश पोवार और दिनेश मोंगिया।

टेस्ट टीम : राहुल द्रविड़ (कप्तान), वसीम जाफर, सचिन तेंडुलकर, वीवीएस लक्ष्मण, एम.एस. धोनी, सौरव गांगुली, युवराज सिंह, दिनेश कार्तिक, एस.श्रीसंत, जहीर खान, वीआरवी सिंह, मुनाफ पटेल, अनिल कुंबले, रमेश पोवार, राजेश पवार।

बोर्ड सचिव निरंजन शाह और चयन समिति के अध्यक्ष दिलीप वेंगसरकर ने तेंडुलकर और गांगुली को वन-डे टीम से बाहर रखने के फैसले का कोई कारण नहीं बताया, लेकिन इतना ही कहा कि उन्हें आराम दिया गया है। तेंडुलकर विश्व कप में नाकाम रहे थे जबकि गांगुली भी कुछ खास प्रभाव नहीं छोड़ पाए थे।

बंगाल के 21 बरस के बल्लेबाज मनोज तिवारी 15 सदस्यीय वन-डे टीम में एकमात्र नया चेहरा हैं जबकि लेग स्पिनर पीयूष चावला ऑफ स्पिनर रमेश पोवार, सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर और तेज गेंदबाज आर.पी. सिंह की टीम में वापसी हुई है।

विश्व कप में हुई फजीहत के बाद युवा टीम चुनने के क्रिकेट बोर्ड के निर्देश पर पाँचों चयनकर्ताओं ने 7 मई से शुरू हो रहे 23 दिवसीय दौरे के लिए कई युवा खिलाड़ियों को टीम में शामिल किया है। भारत को इस दौरे पर 3 वन-डे और दो टेस्ट मैच खेलने हैं।

लंबे समय से खराब दौर का सामना कर रहे वीरेंद्र सहवाग को वन-डे टीम में तो जगह मिल गई है, लेकिन टेस्ट टीम से वह बाहर हैं। शाह ने कहा दिनेश कार्तिक और वसीम जाफर हमारे विशेषज्ञ सलामी बल्लेबाज हैं। कार्तिक ने पिछली बार दक्षिण अफ्रीका में 60 रन बनाए थे और दोनों ने अच्छी साझेदारियाँ की थीं।

तेज गेंदबाज वीआरवी सिंह और ऑफ स्पिनर रमेश पोवार टेस्ट टीम में वापसी करने में कामयाब रहे हैं। इसमें एकमात्र नया चेहरा मुंबई के बाएँ हाथ के स्पिनर राजेश पवार हैं।

यह पूछने पर कि तेंडुलकर और गांगुली को आराम क्यों दिया गया? वेंगसरकर ने कहा उन्हें ब्रेक दिया गया है। मैने दोनों से बात की है और अगले दौरे के लिए उनके नाम पर विचार होगा इसमें कोई शक नहीं है। उन्होंने कहा यह टीम बांग्लादेश दौरे के लिए ही है, लिहाजा हमने कुछ युवाओं को चुना है।

शाह ने कहा कि बोर्ड ने इस फैसले में दखल नहीं दिया है। यह पूरी तरह से चयन समिति पर निर्भर है। यदि उन्हें लगता है कि गांगुली और तेंडुलकर को आराम देने की जरूरत है तो यह उनका फैसला है। यह एकमात्र ऐसा दौरा है जिसमें दूसरे खिलाड़ियों को भेजा जा सकता है।

चयनकर्ताओं ने टेस्ट या वन-डे श्रृंखला के लिए उप-कप्तान की घोषणा नहीं की है। वेंगसरकर ने कहा इसकी कोई वजह नहीं है। हमने यह कोच और कप्तान पर छोड़ दिया है। शाह ने कहा कि चयनकर्ताओं ने किसी उपकप्तान की घोषणा नहीं की है, क्योंकि वे दूसरे खिलाड़ियों को भी आजमाना चाहते हैं।

वेंगसरकर ने कहा कि समिति ने मोहम्मद कैफ के नाम पर विचार किया, लेकिन उनका मानना है कि वापसी करने के लायक कैफ ने रन नहीं बनाए हैं। क्या टीम चयन को लेकर बोर्ड के निर्देशों के मद्देनजर चयन समिति को टीम चुनने की पर्याप्त स्वतंत्रता मिली थी? वेंगसरकर ने कहा बिल्कुल। मैं किसी दबाव में नहीं था। टीम बिल्कुल स्वतंत्रता से चुनी गई है।

शाह ने कहा कि पंकज सिंह (राजस्थान), रानादेब बोस (बंगाल), ईशांत शर्मा (दिल्ली), प्रज्ञान ओझा (हैदराबाद),और यो. महेश (तमिलनाडु) को कोलकाता में 2 से 6 मई तक लगने वाले शिविर में भाग लेने के लिए कहा गया है। भारतीय टीम 7 मई को बांग्लादेश रवाना होगी।

विश्व कप में शर्मनाक प्रदर्शन की गाज कुछ सीनियर खिलाड़ियों पर गिरने के कयास पहले से लगाए जा रहे थे, लेकिन चयनकर्ताओं ने आश्चर्यजनक ढंग से दो सबसे अनुभवी खिलाड़ियों तेंडुलकर और गांगुली को बाहर कर दिया।

तेंडुलकर ने 384 वन-डे में 44.05 की औसत से 14 हजार 847 रन बनाए हैं जबकि गांगुली ने 289 वन-डे में 41.36 की औसत से 10 हजार 632 रन जोड़े हैं। तेंडुलकर विश्व कप के तीन मैचों में सिर्फ 64 रन बना सके जबकि गांगुली ने 162 रन बनाए थे।

बंगाल के मध्यक्रम के बल्लेबाज मनोज तिवारी को घरेलू क्रिकेट में लगातार अच्छे प्रदर्शन का फल मिला। उसने 15 प्रथम श्रेणी मैचों में 57.50 की औसत से रन बनाए हैं, वहीं राजेश पवार ने 59 प्रथम श्रेणी मैचों में 214 विकेट लिए हैं।

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