भारतीय कप्तान महेंद्रसिंह धोनी ने कहा है कि पीठ के दर्द से परेशान विस्फोटक ओपनर वीरेंद्र सहवाग के दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरे वनडे में खेलने के बारे में कोई भी फैसला मैच की सुबह किया जाएगा।
धोनी ने टीम के अभ्यास सत्र के बाद कहा कि हम खिलाडियों की चोटों से निश्चित रूप से परेशान हो रहे हैं। हम इस समय काफी क्रिकेट खेल रहे हैं। सहवाग ने जयपुर में पहले वनडे में पीठ में दर्द की वजह से भारतीय पारी में क्षेत्ररक्षण नहीं किया था। हालाँकि उन्होंने आज नेट अभ्यास किया और वह किसी तरह की परेशानी में नहीं दिखाई दिए।
धोनी ने कहा कि अगले साल होने वाले विश्वकप से पहले हमें खुद को तैयार रखना है। खिलाड़ियों को चोटें लगती रहती है लेकिन हम अपने खिलाड़ियों को रोटेट कर सकते हैं ताकि विश्वकप के समय तक एक पूरी टीम तैयार रह सके। भारतीय कप्तान ने स्वीकार किया कि गेंदबाजों ने डैथ ओवरों में अच्छी गेंदबाजी नहीं की थी और पिछले कुछ समय से यह टीम इंडिया की परेशानी रही है।
धोनी ने कहा कि डैथ ओवरों में खासकर उपमहाद्वीप की पिचों पर इस तरह की गेंदबाजी करना एक कला है जहाँ तेज गेंदबाजों को ज्यादा मदद नहीं मिलती है। आपको न केवल अच्छी यार्कर फेकनी होती है बल्कि अपनी गति में भी परिवर्तन लाना होता है।
धोनी ने यह स्वीकार किया कि पहले वनडे में उन्हें ऑफ स्पिनर हरभजनसिंह की कमी खली मगर वह लेफ्ट आर्म स्पिनर रवीन्द्र जडेजा के प्रदर्शन से काफी संतुष्ट नजर आए। उन्होंने कहा कि जडेजा ने जयपुर में काफी अच्छी गेंदबाजी की थी। वह सक्षम बल्लेबाज भी है और हम निस्संकोच उन्हें एक ऑलराउंडर बुला सकते हैं। उन्होंने साथ ही कहा कि जडेजा और यूसुफ पठान जैसे खिलाड़ी टीम के लिए काफी उपयोगी हैं।
कप्तान ने कहा कि टीम के साथ प्रयोग करना काफी मुश्किल होता है क्योंकि उससे उम्मीदें हमेशा काफी ज्यादा रहती हैं। उन्होंने कहा कि लोग चाहते हैं कि हम हर बार जीतते रहें। हमें सर्वश्रेष्ठ उपलब्ध एकादश ही चुननी होगी। (वार्ता)