स्पिन कला का महत्व कम हुआ:शेन वॉर्न
एडिलेड (वार्ता) , मंगलवार, 27 अक्टूबर 2009 (18:41 IST)
ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज लेग स्पिनर शेन वॉर्न ने कहा है कि टीम के कोच और कप्तान की स्पिन गेंदबाजी की कम समझ के कारण ही गेंदबाजी की इस कला का महत्व कम हुआ है।वॉर्न ने समाचार पत्र 'द हेराल्ड सन' से बातचीत में कहा कि मैदान पर स्पिन गेंदबाजों के आक्रमण पर आते ही कप्तान सही क्षेत्ररक्षण सजाने में नाकाम रहते हैं जिसकी वजह से गेंदबाज को न तो विकेट मिल पाता है और रन भी ज्यादा लुटाने पड़ते हैं।टेस्ट क्रिकेट में सबसे पहले 700 विकेट लेने वाले वॉर्न ने कहा कि मैच के दौरान स्पिन गेंदबाजों के जिन गेंदों पर रन नहीं बनते हैं उनको भी कम महत्व दिया जाता है। उन्होंने कहा कि स्पिन गेंदबाजी को लेकर कोच और कप्तान दोनों को अपने दृष्टिकोण में बदलाव करने की जरूरत है।वॉर्न के क्रिकेट को अलविदा कहने के बाद न्यू साउथ वेल्स के स्टुअर्ट मैकगिल टीम में आए। बढ़ती उम्र के कारण वह भी ज्यादा लंबे समय तक टीम की सेवा नहीं कर सके और 2007 के सफल वेस्टइंडीज दौरे के बाद क्रिकेट को अलविदा कह दिया। इसके बाद ब्रैड हॉग, नाथन हौरित्ज जैसे कई स्पिनर टीम में आए लेकिन क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) की वॉर्न जैसे गेंदबाज की खोज अब तक पूरी नहीं हो सकी है।वॉर्न के अनुसार स्पिन गेंदबाजी से मेरा लगाव रहा है और मैं कंगारू टीम में स्पिन के गिरते स्तर से बहुत चिंतित हूँ। ऑस्ट्रेलियाई घरेलू क्रिकेट में भी स्पिन गेंदबाजी की समझ रखने वाले कप्तानों की बहुत कमी है। बैगी ग्रीन (ऑस्ट्रेलियाई) टीम में कई अच्छे स्पिनर आए लेकिन उनका ध्यान आक्रामक गेंदबाजी के बजाए रन रोकने पर लगा रहा जो कि सही नहीं था। उन्होंने कहा कि एक स्पिन गेंदबाज यदि 50 रन देकर एक विकेट लेता है तो मुझे ज्यादा खुशी नहीं होगी लेकिन यदि कोई 100 रन देकर चार विकेट लेता है तो वह ज्यादा संतुष्टि प्रदान करने वाला होगा। मुरलीधरन के बाद सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज वॉर्न ने कहा कि स्पिन गेंदबाजों का काम ज्यादा से ज्यादा विकेट लेना है न कि रन रोकना। रन रोकने का काम तो वास्तव में तेज गेंदबाजों का है।वॉर्न इन दिनों युवा क्रिकेटरों को स्पिन गेंदबाजी के गुर सिखाने का काम कर रहें हैं ताकि भविष्य में इस क्षेत्र में क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की जरूरतों को पूरा किया जा सके।