आईसीसी के पूर्व अध्यक्ष एहसान मनी ने विश्व क्रिकेट की सर्वोच्च संस्था को लताड़ लगाते हुए कहा है कि सीईओ मैल्कम स्पीड को समय से पहले निकाला जाना अपमानजनक है और इस घटना से आईसीसी की प्रतिष्ठा को धक्का लगेगा।
सन 2003 से 2006 तक आईसीसी के अध्यक्ष रहे मनी ने 'डेली टेलीग्राफ' को बताया हैं कि स्पीड के साथ जिस तरह का व्यवहार किया गया मैं उससे बहुत निराश हूँ। उन्होंने काफी समय तक आईसीसी के साथ पूरी ईमानदारी से काम किया है। अगर उनके साथ किसी तरह के मतभेद भी थे तो उसे निजी तौर पर सुलझाना चाहिए था।
उन्होंने ने कहा कि स्पीड ने आईसीसी को नई ऊँचाईयों तक पहुँचाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। मनी ने कहा कि यह बहुत ही शर्म की बात है कि स्पीड को इस तरह से छोड़कर जाना पड़ा है। इसे देखकर लगता है कि स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई थी।
गौरतलब है कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मैल्कम स्पीड को क्रिकेट की शीर्ष संस्था के बोर्ड सदस्यों से बुनियादी मतभेदों के कारण वैतनिक अवकाश पर भेज दिया गया।
अचानक हुए एक घटनाक्रम में आईसीसी ने घोषणा की है कि 2001 से इस पद पर काबिज स्पीड 4 जुलाई तक वैतनिक अवकाश पर रहेंगे, क्योंकि उनका अनुबंध जुलाई में समाप्त हो रहा है। आईसीसी ने अपने बयान में कहा था कि आईसीसी अध्यक्ष रे माली और मुख्य कार्यकारी अधिकारी स्पीड इस बात पर सहमत हो गए हैं। स्पीड 30 अप्रैल से अवकाश पर जा रहे हैं।