ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों ने इस बात को सिरे से खारिज कर दिया है कि पिछले सप्ताह पर्थ में भारत के हाथों शर्मनाक शिकस्त झेलने के बाद उसका दुनिया की नम्बर एक टीम होने का सिंहासन खतरे में पड़ गया है।
ऑस्ट्रेलिया के आलोचकों का कहना है कि पर्थ में मिली 72 रन की पराजय उसका स्वगर्णिम युग समाप्त होने का पहला वास्तविक संकेत है, क्योंकि उसके और कुछ अन्य टीमों के बीच फासला कम होने लगा है।
भारत ने पर्थ में तीसरा टेस्ट एक दिन शेष रहते जीत लिया था और उसने एडिलेड में आखिरी टेस्ट जीतकर श्रृंखला बराबर करने का विश्वास व्यक्त किया है।
भारतीय कप्तान अनिल कुंबले ने कहा है कि उनकी टीम को अब ऑस्ट्रेलिया से भयाक्रांत होने की जरूरत नहीं है और उनके पास दुनिया की सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजी लाइन-अप है।
भारत के गेंदबाजी कोच वेंकटेश प्रसाद ने भी कप्तान के विचारों का समर्थन करते हुए इसमें एक और दावा जोड दिया है कि टीम इंडिया के पास दुनिया का सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी आक्रमण है।
दूसरी तरफ ऑस्ट्रेलियाई भी पर्थ की हार के बावजूद ताल ठोककर दावा कर रहे है कि वे एडिलेड में आखिरी टेस्ट जीतकर श्रृंखला 3-1 से अपने नाम करेंगे।
ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज मैथ्यू हेडन ने आज एडिलेड में पहुँचने के बाद ऑस्ट्रेलियन टेलीविजन से कहा कि जब हम अपने सर्वश्रेष्ठ पर खेल रहे होते हैं तो दुनिया की कोई टीम हमारे आसपास भी नहीं आ सकती है।