चीन के विदेश मंत्री चिन गांग लगभग महीने बाहर से किसी भी सार्वजनिक कार्यक्रम में नजर नहीं आए हैं। चीन के वरिष्ठ नेता होने के साथ ही उन्हें चिन को राष्ट्रपति शी जिनपिंग का करीबी माना जाता है। आखिर विदेश मंत्री हैं कहां?
57 साल के चिन दिसंबर 2022 में विदेश मंत्री नियुक्त किए गए थे। 25 जून को बीजिंग में रूस के उप विदेश मंत्री एंड्री रुडेंको से मुलाकात के बाद वह सार्वजनिक रूप में नजर नहीं आए हैं। हालांकि उनके गायब होने पर तब सवाल उठने शुरू हुए जब वे तकरीबन दो हफ्ते बाद इंडोनेशिया में उच्च स्तरीय आसियान शिखर सम्मेलन में अनुपस्थित रहे।
चीन के विदेश मंत्रालय ने उनकी अनुपस्थिति का कारण उनकी खराब सेहत को बताया। हालांकि इसके बाद एशिया के दिग्गज देश के विदेश मंत्री गायब होने को लेकर अकटलों का बाजार गर्म हो गया। हू जिजिन एक सरकारी टैब्लॉयड ग्लोबल टाइम्स के प्रमुख टिप्पणीकार हैं। उन्होंने चीन की मशहूर माइक्रोब्लॉगिंग साइट वीबो पर लिखा, "हर कोई किसी ना किसी बात को लेकर चिंतित है, लेकिन सार्वजनिक रूप से इस पर चर्चा नहीं कर सकता। स्थिति को बनाए रखने और जनता के जानने के अधिकार का सम्मान करने के बीच संतुलन बनाने की जरूरत है।"
उधर विदेश मंत्रालय ने चिन की अनुपस्थिति के बारे में उठे और सवालों को टाल दिया है। महीने भर से चिन की सार्वजनिक गैरमौजूदगी परविदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने पत्रकारों से कहा, "मेरे पास देने के लिए कोई जानकारी नहीं है।"
"वुल्फ वॉरियर"
चिन पार्टी में शीर्ष अधिकारियों में गिने जाते हैं। उन्होंने लंदन में चीनी दूतावास में कई साल बिताए हैं। इसके साथ ही वे धाराप्रवाह अंग्रेजी बोल लेते हैं। चिन को "वुल्फ वॉरियर" भी कहा जाता है। यह निकनेम उन नई पीढ़ी के चीनी राजनयिकों को दिया गया है जो बीजिंग के खिलाफ पश्चिमी आलोचना के जवाब में अक्सर भड़काऊ बयानबाजी करते हैं। 2020 में चिन ने कहा था कि यूरोपीय औरअमेरिकियों के कारणपश्चिम में चीन की छवि खराब हुई है। विशेषकर मीडिया में जहां चीनी राजनीतिक व्यवस्था या उसके आर्थिक उत्थान को कभी नहीं किया है।
चिन ने अमेरिका में राजदूत के रूप में काम किया। चिन ने नजर आने के लिए वाशिंगटन में सार्वजनिक और मीडिया कार्यक्रमों में खूब भाग लिया। इनमें उन्होंने चीन के स्थिति के बारे में बात की। अपने कार्यकाल में वे अफ्रीका, यूरोप और मध्य एशिया के दौरे में तो व्यस्त रहे ही। साथ ही उन्होंने बीजिंग में विदेशी मेहमानों की मेजबानी भी की।
विदेशी मेहमानों के रद्द हो रहे हैं दौरे
चिन की लम्बी गैरमौजूदगी ने चीन के आम लोगों को तो परेशान करने ही लगी है। साथ ही उनकी गैरमौजूदगी ने देश के बाहर के लोगों को भी हैरान कर दिया है। इसी महीने यूरोपीय संघ के विदेश नीति प्रमुख जोसेप बोरेल की बीजिंग यात्रा अचानक रद्द कर दी गई थी। शुक्रवार को समाचार कंपनी ब्लूमबर्ग ने बताया कि चिन के गायब होने के कारण यूके के विदेश सचिव जेम्स क्लेवरली की यात्रा भी स्थगित कर दी गई थी। फिलहाल शीर्ष विदेश नीति अधिकारी वांग यी ने चिन की कुछ जिम्मेदारियां संभाल ली हैं। वे जोहानेसबर्ग में सुरक्षा मामलों पर ब्रिक्स बैठक में भाग लेने के लिए इस सप्ताह अफ्रीका की यात्रा करेंगे।
चीन मेंशीर्ष अधिकारियों का बिना किसी स्पष्टीकरण के गायब होना नई बात नहीं है। पहले भी ऐसे मामले सामने आए हैं जहां दिग्गज अधिकारी कुछ समय सार्वजनिक रूप से गायब रहने के बाद या किसी आपराधिक जांच के दायरे में पाए गए हैं या वापस लौट आये हैं। यहां तक कि राष्ट्रपति शी खुद भी एक पखवाड़े के लिए गायब हो गए थे। यह बात उनके शीर्ष पद संभालने से कुछ समय पहले 2012 की है।
हालांकि विश्लेषकों के अनुसार चिन की स्थिति काफी असामान्य है। इसका कारण है चीन के विदेश मंत्रालय में उनकी स्थिति और उनके गायब होने का समय। डेंग युवेन कम्युनिस्ट पार्टी के एक अखबार के पूर्व संपादक हैं और वे अब अमेरिका में करेंट अफेयर्स कमेंटेटर हैं।
उन्होंने डीडब्ल्यू को बताया, "चीनी विदेश मंत्री के रूप में उन्हें अंतरराष्ट्रीय मंच पर बार-बार आने की जरूरत है, खासकर ऐसे समय में जब चीन का राजनयिक कार्यक्रम बेहद व्यस्त है।"