यौन हमलों के मामलों में अक्सर रजामंदी को नजरअंदाज किया जाता है। कोई किसी के साथ सेक्स का इच्छुक है या नहीं यह समझाने के लिए ब्रिटेन की पुलिस ने एक खास वीडियो जारी किया है जिसमें सेक्स की तुलना चाय से की गई है।
कई बार सामने वाले की मर्जी को गलत समझा जाता है या फिर उसकी मर्जी का सम्मान ना करते हुए उसका यौन शोषण होता है। अक्सर लोग किसी संकेत को गलत पढ़ कर भी ऐसा करते हैं या फिर बेहोशी की हालत में फायदा उठाते हैं। ऐसी स्थिति में सेक्स के लिए कब इंसान की मर्जी मानी जा सकती है और कब उसका कहने का मतलब इनकार है, यह इस वीडियो में बेहद स्पष्ट रूप से दिखाया गया है।
वीडियो में दिखाया गया है कि जिस तरह किसी व्यक्ति की इच्छा के बगैर उसके गले में जबरदस्ती चाय नहीं उड़ेल देनी चाहिए, ठीक उसी तरह सेक्स भी जबरन किया जाना गलत और गैरकानूनी है। अगर किसी ने कहा है कि वह चाय पीना पसंद करेगा, तो ही उसे चाय दें। बाद में चाय के लिए इनकार करने पर भी आप उसे जबरदस्ती चाय सिर्फ इसलिए नहीं पिला सकते क्योंकि आपने चाय बना ली है।
यह भी संभव है कि व्यक्ति ने अपना इरादा बदल लिया हो और अब वह चाय नहीं पीना चाहता। ठीक इसी तरह व्यक्ति पहले सेक्स के लिए हामी भरकर बाद में इनकार करने का अधिकार रखता है। उसके साथ जबरदस्ती नहीं की जानी चाहिए। तीन मिनट के इस वीडियो के अंत में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि अगर आप यह समझ सकते हैं कि किसी की मर्जी ना होने पर उसे जबरदस्ती चाय पिलाना हास्यादपद है, तो किसी का सेक्स के लिए इनकार समझना क्यों मुश्किल है?