जहाँ तेरे पैरों के कँवल गिरा करते थे, हँसे तो दो गालों पर भँवर पड़ा करते थे, तेरी कमर के बल से नदी मुड़ा करती थी, हँसी तेरी सुन-सुन के फसल पका करती थी...आपने कभी गौर किया है कि जब भी सौंदर्य जैसे शब्द आते हैं, तो नारी की देह को नज़रअंदाज नहीं कर पाता कोई, फिर चाहे अजंता-एलोरा की मूरत हो या गुलज़ार का गीत। यह सब एक पुरुष ही लिख सकता है, नारी नहीं कर सकती सौंदर्य की रचना शब्दों में, क्योंकि वह खुद आत्मसात करती है सुंदरता को स्वयं में।जब भी कोई नारी सजती-सँवरती है, तो खुद को किसी कवि की कल्पना से कम नहीं समझती, उसका अपना एक स्टाइल होता है। यहाँ जब स्टाइल की बात कर ही रहे हैं, तो आप बताइए कि कभी आपने गौर किया है कि आपकी कौन-सी विशेष स्टाइल की वजह से आप जाने जाते हैं? जानती हूँ आप यही कहेंगे कि आप एक जैसे ड्रेस या स्टाइल की वजह से टाइप्ड नहीं होना चाहते। आपकी बात से मैं सहमत हूँ। कोई भी व्यक्ति एक तरह के कपड़े पहने या एक ही तरह की एसेसरीज उपयोग में लाएगा तो हर कोई उसे टाइप्ड ही कहेगा, लेकिन यदि मैं आपसे कहूँ कि आप सिमी ग्रेवाल को जानते हैं, तो आपके दिमाग में सबसे पहली छवि बनेगी सिमी ग्रेवाल- परियों से सफेद कपड़े और खुले बालों में, एकदम ग्लैमरस लुक में, किसी टाइप्ड ड्रेस में नहीं, एक विशेष रंग में, जो रंगहीन होकर भी उनको एक अलग पहचान देता है। |
जब भी कोई नारी सजती-सँवरती है, तो खुद को किसी कवि की कल्पना से कम नहीं समझती, उसका अपना एक स्टाइल होता है। यहाँ जब स्टाइल की बात कर ही रहे हैं, तो आप बताइए कि कभी आपने गौर किया है कि आपकी कौन-सी विशेष स्टाइल की वजह से आप जाने जाते हैं? |
|
|
आपको उनके अलावा भी कुछ ऐसी हस्तियाँ मिलेंगी, जो अपने खास स्टाइल या ड्रेस-अप के लिए जानी जाती हों। जैसे सिमी ग्रेवाल अपने सफेद कपड़ों की वजह से, तो शिल्पा शेट्टी अपने एनिमल प्रिंट वाले कपड़ों की वजह से पहचानी जाती हैं। दोनों का अपना अलग स्टाइल है। अब यदि आपके दिमाग में यह बात आ रही है कि वे सब तो वैसे ही प्रसिद्ध हैं, इस वजह से उनका स्टाइल भी फेमस हो गया, तो फिर मैं आपको बता दूँ कि अपने आसपास एक बार नजर घुमाकर तो देखें, शायद आपको ऐसा कोई नजर आ जाए, जो अपने खास ड्रेस-अप या स्टाइल की वजह से सेंटर ऑफ अट्रेक्शन बना हुआ हो, जिसकी उपस्थिति में आपका व्यक्तित्व धुँधला नजर आता हो।
वैसे तो आजकल 10 में से 9 लड़कियाँ आपको सिर्फ जींस और टॉप में नजर आएँगी। यु नो मोर कम्फर्टेबल..... कौन दुपट्टा संभालता फिरे?? या फिर ज्यादा से ज्यादा लाँग स्कर्ट, जिसे देखकर कम से कम आज भी टीनएजर्स और युवा लड़कियों में ट्रेडिशनल ड्रेस में रूचि देखने को मिलती है। यही नहीं आजकल बीड्स की ज्वैलरी के बढ़ते चलन ने रुद्राक्ष को भी फैशन का एक हिस्सा बना दिया है। कैप्री, शॉर्ट शर्ट्स, कार्गो, रेडीमेड प्रिंटेड सलवार के अलावा अब आपको बैक डिज़ाइन के साथ रेडीमेड कुरते भी मार्केट में आसानी से मिल जाएँगे, जिसे आप अपनी जींस, सलवार और कैप्री तीनों के साथ पहन सकती हैं।
यदि आउट ऑफ फैशन जाने की हिम्मत न हो, तो आप चाहें तो इन दो-तीन गिने-चुने परिधानों में भी थोड़ी-सी कल्पनाशीलता का उपयोग कर अपनी एक अलग पहचान बना सकती हैं, जरूरत है तो बस थोड़ा-सा प्रयोग करने की अपनी ड्रेस, अपनी ज्वैलरी या अपनी हेअर स्टाइल के साथ। हो सकता है आप भी बन जाएँ किसी के लिए स्टाइल आइकॉन।
अब आप ये मत कहिएगा कि “छोड़ आए हम वो गलियाँ......”