नई दिल्ली। वर्ष 2021 में भारतीय ज्ञानपीठ प्रकाशन से प्रकाशित पुस्तक भारतनामा : भारत का नामकरण पर चर्चाओं का दौर जारी है। प्रस्तुत पुस्तक में विदुषी लेखिका डॉ. प्रभा किरण जैन ने स्वनाम धन्य धर्मगुरुओं, पुरातत्ववेत्ताओं, विचारकों शिक्षाविदों, इतिहासकारों, राजनीतिज्ञों, आचार्यों, साहित्यकारों, संपादकों के तथ्य पूर्ण प्रामाणिक लेखों का संग्रह किया है जो इस विषय पर पौराणिक ऐतिहासिक एवं पुरातात्विक प्रमाणों के साथ एक शोध पूर्ण दस्तावेज़ है।
हाला ही में 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के पावन अवसर पर श्री आदिनाथ मेमोरियल ट्रस्ट लखनऊ एवं प्रेम शांति साहित्य संस्कृति संस्थान दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में एक ऑनलाइन परिचर्चा आयोजित कर भारतवर्ष के नामकरण एवं राजनैतिक आदर्शों की चर्चा करी गई।
इस चर्चा की अध्यक्षता प्रोफेसर भागचंद भास्कर ने की श्रमणी श्री संगीत प्रज्ञा जी के सानिध्य में विद्वान वक्ताओं प्रो. रमेश सिंह, डॉ. पवन गौड़ एवं प्रशांत जैन ने भारत के नामकरण एवं गणतंत्र प्रजातंत्र और राजनैतिक आदर्शों के ऊपर अपने वक्तव्य दिए। परिचर्चा की संयोजिका डॉ. प्रभा किरण जैन ने संचालन किया और आभार शैलेंद्र जैन ने व्यक्त किया।