पटना। बिहार में इस बार के लोकसभा चुनाव में राज्य के कई पूर्व मुख्यमंत्रियों के रिश्तेदार अपना भाग्य अजमा रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी की पुत्री मीसा भारती, दारोगा प्रसाद राय के पुत्र चन्द्रिका राय, केदार पांडेय के पौत्र शाश्वत केदार और भागवत झा आज़ाद के पुत्र कीर्ति झा आज़ाद चुनावी रेस में हैं। देखना है कि मतदाता उनमें में किसे लोकसभा पहुंचाते हैं।
पाटलिपुत्र संसदीय क्षेत्र से राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के टिकट पर राज्यसभा सदस्य मीसा भारती एक बार फिर अपनी किस्मत आजमा रही हैं। पिछले चुनाव में मीसा को भाजपा उम्मीदवार रामकृपाल यादव ने 40 हजार 322 मतों के अंतर से पराजित किया था। इस बार फिर रामकृपाल यादव और मीसा भारती के बीच टक्कर देखने को मिलेगी। इस सीट पर सातवें और अंतिम चरण में 19 मई को वोट डाले जाएंगे।
परसा विधानसभा क्षेत्र के विधायक चंद्रिका राय राजद के टिकट से सारण लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं। राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी के समधी तथा तेजप्रताप यादव के ससुर राय का मुकाबला भाजपा के दिग्गज नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी से होगा। पिछले चुनाव में रूडी ने राजद उम्मदीवार राबड़ी देवी को 40 हजार 948 मतों से पराजित किया था।
परिसीमन से पहले यही सीट छपरा के नाम से जानी जाती थी। यह सीट हमेशा से ही राजनीतिक रूप से अति विशिष्ट रही है। वर्ष 1977 में लालू प्रसाद यादव पहली बार छपरा लोकसभा सीट से ही चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे थे। इसके बाद 1989, 2004 और फिर सारण सीट से 2009 में वह सांसद चुने गए। पहली बार लोकसभा चुनावी समर में उतरे चंद्रिका राय के लिए रूडी से टकराने की बड़ी चुनौती होगी। सारण सीट पर पांचवे चरण में 06 मई को मतदान होगा।
वाल्मीकि नगर सीट से कांग्रेस की टिकट पर शाश्वत केदार चुनावी समर में उतर रहे हैं। शाश्वत केदार की टक्कर जनता दल यूनाईटेड (जदयू) के वैधनाथ प्रसाद महतो से होगी। पिछले चुनाव में यहां भाजपा के सतीश चंद्र दुबे ने कांग्रेस उम्मीदवार और पूर्व सासंद पूर्णमासी राम को एक लाख 17 हजार 795 मतों के भारी अंतर से पराजित किया था। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घटक दलों के बीच हुए सीट बंटवारे में वाल्मीकीगर सीट जद (यू) के खाते चली गई है, जिससे भाजपा सांसद सतीश चंद्र दुबे चुनाव लड़ने से वंचित रह गए। छठे चरण में 12 मई को वाल्मीकीनगर सीट पर मतदान होंगा।
भाजपा से निलंबित सांसद कीर्ति आजाद झारखंड के धनबाद सीट से चुनाव लड़ने जा रहे हैं। आजाद ने चुनाव से पूर्व कांग्रेस का हाथ थामा था। आजाद की उम्मीद थी कि उन्हें दरभंगा से चुनाव लड़ने का अवसर मिलेगा लेकिन बात नहीं बन सकी। महागठबंधन के तहत यह सीट राजद के कोटे में चली गई। राजद ने दिग्गज नेता और विधायक अब्दुल बारी सिद्दिकी को दरभंगा सीट से पार्टी का उम्मीदवार बनाया है।
पूर्व मुख्यमंत्रियों के रिश्तेदार के साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री भी इस बार के चुनावी दंगल में ताल ठोकते नजर आए। गया (सुरक्षित) सीट से राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तान आवामी मोर्चा (हम) के अध्यक्ष जीतन राम मांझी चुनाव में उतरे हैं। इस सीट पर पहले चरण में 11 अप्रैल को मतदान हो चुका है।