नई दिल्ली। एक्जिट पोल के अनुमानों के मुताबिक भाजपा नीत एनडीए केन्द्र में एक बार फिर सत्तारूढ़ होती दिख रही है, लेकिन उत्तरप्रदेश में भाजपा को बड़ा घाटा होता दिख रहा है। दूसरी ओर बिहार में एनडीए को फायदा होता दिख रहा है।
एबीपी एग्जिट पोल के मुताबिक यूपी में एनडीए को 22 सीटें मिल सकती हैं, जो कि पिछले चुनाव की तुलना में 51 कम हैं। दूसरी ओर इंडिया टुडे-एक्सिस माय इंडिया के मुताबिक यूपी में एनडीए को 62 से 68 सीटें मिल सकती हैं। सभी एग्जिट पोल के औसत पर जाएं तो एनडीए को यहां अधिक से अधिक 40 सीटें मिल सकती हैं।
यूपी में यदि एनडीए को 40 सीटें भी मिलती हैं तो भी उसे करीब 33 सीटों का नुकसान तो होने ही जा रहा है। दूसरी ओर प्रियंका गांधी वाड्रा की ताबड़तोड़ सभाओं के बावजूद कांग्रेस को कोई फायदा होता नहीं दिख रहा है। एबीपी पोल के मुताबिक कांग्रेस को सिर्फ 2 सीटें मिलती दिख रही हैं। अर्थात पूर्व की तरह कांग्रेस अमेठी और रायबरेली सीटें जीत सकती है।
यूपी में सबसे बड़ा फायदा यदि किसी को हो रहा है कि तो वह है सपा, बसपा और रालोद के गठबंधन को। यहां गठबंधन के खाते में 56 सीटें तक मिल सकती हैं। मायावती की बसपा के लिहाज से यह परिणाम इसलिए भी महत्वपूर्ण हैं क्योंकि पिछले चुनाव में बसपा राज्य में खाता भी नहीं खोल पाई थी।
बिहार में एनडीए फायदे में : भाजपा, जदयू और लोजपा (एनडीए) बिहार में अच्छा प्रदर्शन करती दिख रही है। बिहार में एनडीए के खाते में 34 सीटें आ सकती हैं, जबकि महागठबंधन (यूपीए) को मात्र 6 सीटों पर सिमटता हुआ दिख रहा है। माना जा रहा है कि पाटलीपुत्र सीट से लालू की बेटी मीसा भारती और सारण से उनके समधी चंद्रिका राय चुनाव हार सकते हैं।