एक्जिट पोल के नतीजों की घोषणा के बाद अब EVM भी विपक्षी नेताओं के लिए परेशानी का सबब बनते जा रहे हैं। विपक्षी दलों के कार्यकर्ता सभी सीटों पर चौकीदारी कर रहे हैं। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं से एक्जिट पोल के परिणामों से निराश नहीं होने और ईवीएम स्थलों पर नजर बनाए रखने को कहा है।
इस बीच उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में प्रशासन ने स्ट्रांग रूम की निगरानी में 5 लोगों को रहने की इजाजत दे दी है। सोमवार को यहां से गठबंधन के उम्मीदवार अफजल अंसारी अपने समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गए थे। उन्होंने मांग की थी कि हर स्ट्रांग रूम के पास दो बसपा कार्यकर्ताओं के पास जारी किए जाएं।
यूपी के चंदौली में भी गठबंधन समर्थक ईवीएम को लेकर धरने पर बैठ गए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि गाड़ी से लाई गई कुछ ईवीएम को काउंटिंग स्थल के एक अलग कमरे में रखा गया है। हालांकि प्रशासन ने इस मामले में सफाई देते हुए कहा कि ये ईवीएम खराब हैं। प्रशासन के अनुसार, जिन ईवीएम के वोटों की गिनती होनी है वो अलग कमरे में सील हैं और उसकी वीडियोग्राफी हो रही है।
मिर्जापुर से कांग्रेस प्रत्याशी ललितेश पति त्रिपाठी ने लोकसभा सीट के ओब्जरवर को पत्र लिखकर उनसे रिजर्व ईवीएम को राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों और उनके प्रतिनिधियों के समक्ष मतगणना स्थल से हटाने की मांग की।
राजद ने भी इस मामले में चिंता जाहिर करते हुए ट्वीट किया, 'चुनाव आयोग के पास गूंगे, बहरे, उत्तरहीन BDO, SDO, मजदूरों के साथ घूमते, जहाँ तहाँ रखाते EVM का जवाब नहीं, क्योंकि भाजपा ने बताया नहीं!'
उत्तरप्रदेश के चुनाव आयुक्त ने तमाम अनियमितताओं के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि सभी ईवीएम सुरक्षित हैं। उन्होंने लोगों से चुनाव आयोग पर विश्वास बनाए रखने की अपील की।