इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर लोकसभा क्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की चुनावी सभा के अगले ही दिन कांग्रेस के चुनाव प्रचार को गति देते हुए पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने सोमवार को ऐतिहासिक रोड शो किया। इंदौर सीट पर पिछले 30 साल से भाजपा का कब्जा बरकरार है। यह पहला मौका था, जब इतनी बड़ी संख्या में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने अपनी मौजूदगी दर्ज करवाई।
कांग्रेस महासचिव बनने के बाद पहली बार सूबे की आर्थिक राजधानी इंदौर आईं प्रियंका यहां राजमोहल्ला चौराहे से रथ की शक्ल वाले विशेष वाहन पर सवार हुईं। यह काफिला जुलूस के रूप में जवाहर मार्ग और बॉम्बे बाजार चौराहे समेत अलग-अलग वाणिज्यिक इलाकों से गुजरते हुए राजबाड़ा चौराहे पर खत्म हुआ।
करीब 2.30 घंटे चले रोड शो के दौरान प्रियंका ने हाथ हिलाकर और हाथ जोड़कर जनता का अभिवादन किया। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कई स्थानों पर 'चौकीदार चोर है' के नारे भी लगाए।
प्रियंका के साथ सूबे के मुख्यमंत्री कमलनाथ और इंदौर के कांग्रेस प्रत्याशी पंकज संघवी भी करीब 3 किलोमीटर लंबे रोड शो में शामिल हुए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को यहां भाजपा की चुनावी सभा में कांग्रेस और इसके राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी पर हमला बोला था।
पिछले साल नवंबर में हुए विधानसभा चुनावों के दौरान 15 साल बाद सूबे की सत्ता में लौटी कांग्रेस का उत्साह मौजूदा लोकसभा चुनावों में उफान पर है, हालांकि उसके लिए इंदौर में भाजपा का 30 साल पुराना गढ़ भेदना इतना आसान नहीं है, जहां राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की जड़ें भी मजबूत मानी जाती हैं।
लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन (76) इंदौर से वर्ष 1989 से 2014 के बीच लगातार 8 बार चुनाव जीत चुकी हैं। लेकिन 75 साल से ज्यादा उम्र के नेताओं को चुनाव नहीं लड़ाने के भाजपा के नीतिगत निर्णय को लेकर मीडिया में खबरें आने के बाद उन्होंने 5 अप्रैल को खुद घोषणा की थी कि इस बार वे बतौर उम्मीदवार चुनावी मैदान में नहीं उतरेंगी।
लंबी ऊहापोह के बाद भाजपा ने पार्टी के स्थानीय नेता शंकर लालवानी (57) को महाजन का चुनावी उत्तराधिकारी बनाते हुए इंदौर से टिकट दिया। इंदौर विकास प्राधिकरण (आईडीए) के पूर्व चेयरमैन और इंदौर नगर निगम के पूर्व सभापति लालवानी अपने राजनीतिक करियर का पहला लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं।
इंदौर में 19 मई को होने वाले मतदान के दौरान मुख्य चुनावी मुकाबला लालवानी और कांग्रेस उम्मीदवार पंकज संघवी के बीच होना है। क्षेत्र में करीब 23.5 लाख लोगों को मतदान का अधिकार हासिल है।