Abhishek Banerjee's statement on PM Modi's meditation : तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कन्याकुमारी में अपने ध्यान सत्र को करदाताओं के पैसे से वित्त-पोषित मीडिया तमाशा में बदलने का आरोप लगाया। बनर्जी ने पश्चिम बंगाल में 30 से अधिक सीट जीतने के भाजपा के अति आत्मविश्वासी पूर्वानुमान की आलोचना की और उन्हें उनके पिछले प्रदर्शन की याद दिलाई।
बनर्जी ने कहा कि ध्यान एक व्यक्तिगत अभ्यास है जो शरीर, मन और आत्मा के लिए लाभदायक है। उन्होंने हालांकि इसके सार्वजनिक प्रदर्शन को लेकर आगाह किया। बनर्जी ने मत डालने के बाद कहा, आप (पत्रकार), मैं और हर कोई ध्यान कर सकता है। कोई समस्या नहीं है। यह शरीर, मन और आत्मा के लिए अच्छा है। लेकिन कृपया इसे मीडिया का तमाशा न बनाएं, कैमरों की चकाचौंध के सामने ध्यान के लिए न बैठें।
कई उम्मीदवारों के नामांकन खारिज : मोदी के वाराणसी से चुनाव लड़ने के फैसले पर उन्होंने कहा, वह कहीं से भी चुनाव लड़ सकते हैं। लेकिन निर्वाचन आयोग द्वारा कई अन्य उम्मीदवारों के नामांकन खारिज किए जाने के आरोप हैं। अगर वह जीत को लेकर इतने आश्वस्त हैं तो ऐसा कदम क्यों उठाया?
उन्होंने कहा, डायमंड हार्बर निर्वाचन क्षेत्र में जहां मैं चुनाव लड़ रहा हूं, वहां भाजपा, माकपा, एसयूसीआई सभी तृणमूल कांग्रेस के साथ-साथ दावेदार हैं। अगर आपके पास लोगों का समर्थन है, तो आपको विरोधियों से डरना नहीं चाहिए। उन्होंने तृणमूल की चुनावी संभावनाओं पर विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि पार्टी को सीट और मत प्रतिशत दोनों के मामले में 2019 के चुनावों की तुलना में अपने प्रदर्शन में सुधार की उम्मीद है।
बनर्जी ने पश्चिम बंगाल में 30 से अधिक सीट जीतने के भाजपा के अति आत्मविश्वासी पूर्वानुमान की आलोचना की और उन्हें उनके पिछले प्रदर्शन की याद दिलाई। उन्होंने कहा, लोकसभा चुनाव के पिछले छह चरणों में पश्चिम बंगाल की 33 सीट पर मतदान हो चुका है, जिनमें से 22 सीट पर टीएमसी ने बढ़त बना ली है।
राज्य सरकारों को गिराने की धमकी देने का आरोप : जब उनसे पूछा गया कि क्या पार्टी सातवें चरण में सभी नौ सीट पर जीत को लेकर आश्वस्त है, तो उन्होंने कहा, यह जानने के लिए तीन दिन और इंतजार कीजिए। उन्होंने मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पर लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई राज्य सरकारों को गिराने की धमकी देने का आरोप लगाया और लोकतांत्रिक सिद्धांतों के प्रति उनकी अवहेलना की निंदा की।
उन्होंने कहा, सबसे पहले, चार जून के नतीजों का इंतजार करें और देखें कि आप (भाजपा) वास्तव में कितनी सीट जीत पाते हैं। दूसरा, यह लोकसभा चुनाव है और 2021 के विधानसभा चुनावों में बंगाल की जनता ने तृणमूल को सत्ता में चुना है। आप (भाजपा के दिग्गज) राज्य सरकार को गिराने के बारे में ऐसा बयान कैसे दे सकते हैं?
लोकतंत्र के प्रति भाजपा में कोई सम्मान नहीं : इससे पता चलता है कि लोकतंत्र के प्रति भाजपा में कोई सम्मान नहीं है। बनर्जी ने भाजपा पर निर्वाचन आयोग को नियंत्रित करने और राजनीतिक लाभ के लिए राज्य संस्थाओं को अपने हाथों में लेने का आरोप लगाया तथा विश्वास जताया कि मतदाता उचित जवाब देंगे। (भाषा) फोटो सौजन्य : टि्वटर/एक्स
Edited By : Chetan Gour