Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

MP में वोटिंग कराने में आगे रहे कांग्रेस विधायक, टॉप 10 में भाजपा के कब्जे वाली सिर्फ 4 विधानसभा

हमें फॉलो करें MP में वोटिंग कराने में आगे रहे कांग्रेस विधायक, टॉप 10 में भाजपा के कब्जे वाली सिर्फ 4 विधानसभा

विकास सिंह

, बुधवार, 15 मई 2024 (18:12 IST)
भोपाल। मध्यप्रदेश में लोकसभा चुनाव में कम वोटिंग होना बड़ा सियासी मुद्दा रहा है। पहले दो चरणों में कम वोटिंग के बाद खुद गृहमंत्री अमित शाह भोपाल पहुंचे थे और उन्होंने दो टूक वोटिंग बढ़ाने के निर्देश पार्टी को दिए थे। गृहमंत्री ने स्पष्ट शब्दों में कहा था कि जिन मंत्रियों के सीट पर वोटिंग कम होगी उनका मंत्री पद जा सकता है।

वोटिंग में कांग्रेस से पिछड़ी भाजपा-प्रदेश में लोकसभा चुनाव खत्म होने के बाद निर्वाचन आयोग ने वोटिंग को लेकर फाइनल आंकड़े जारी कर दिए है तब प्रदेश की 10 टॉप विधानसभा सीट जहां पर सबसे ज्यादा वोटिंग हुई है उसमें 5 सीटों पर कांग्रेस और एक सीट पर भारतीय आदिवासी पार्टी का कब्जा है। वहीं टॉप 10 सीटों में मात्र 4 सीटें ऐसी है जिस पर भाजपा का कब्जा है।

प्रदेश की रतलाम लोकसभा सीट के अंतर्गत सैलाना विधानसभा सीट पर 84.37% सबसे अधिक मतदान हुआ है। पिछले विधानसभा चुनाव में सैलाना विधानसभा क्षेत्र से भारत आदिवासी पार्टी के कमलेश्वर डोडियार जीते थे। वहीं छिंदवाड़ा जिले की अमरवाड़ा विधानसभा सीट पर 82.70% मतदान हुआ है जो प्रदेश में दूसरी सबसे ज्यादा वोटिंग वाली विधानसभा सीट है। 2023 विधानसभा चुनाव में इस सीट पर कांग्रेस के कमलेश प्रताप शाह जीते थे लेकिन लोकसभा चुनाव के ठीक पहले कमलेश प्रताप शाह कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हो गए थे।

वहीं छिंदवाड़ा जिले की जुन्नारदेव विधानसभा सीट पर 81.86% मतदान हुआ था जहां 2023 विधानसभा सुनील उइके जीते थे। इसके साथ छिंदवाड़ा लोकसभा सीट के अंतर्गत सौंसर विधानसभा सीट पर जहां 80.84% मतदान हुआ है उस सीट पर कांग्रेस का कब्जा है  और 2023 के विधानसभा चुनाव में विजय रेवनाथ चौरे जीते थे। वहीं छिंदवाड़ा की पांढुर्ना विधानसभा सीट जिसका प्रतिनिधित्व कांग्रेस नीलेश पुसाराम उइके करते है वहां पर 80.66% मतदान और चौरई विधानसभा सीट पर 80.51% मतदान हुआ था उस सीट पर कांग्रेस के  चौधरी सुजीत मेरसिंह जीते थे।
 ALSO READ: MP की 29 लोकसभा सीटों में टॉप-10 वोटिंग वाली विधानसभा सीटों में 8 आदिवासी बाहुल्य, बड़ा सवाल किसका फायदा-किसका नुकसान?
इसके साथ लोकसभा चुनाव में बुधनी विधानसभा सीट पर 81.54% हुआ है जिसका प्रतिनिधित्व पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान करते है। इसके साथ रतलाम ग्रामीण विधानसभा सीट पर भाजपा के मथुरालाल डामर का कब्जा है और वहां  80.56% मतदान और भैंसदही विधानसभा सीट पर 79.56% मतदान हुआ है, जिस पर भाजपा के महेंद्र सिंह का कब्जा है।

वोटिंग में प्रदेश की टॉप 10 विधानसभा सीट

सैलाना- कमलेश्वर डोडियार- (भारतीय आदिवासी पार्टी)
अमरवाड़ा- कमलेश प्रताप शाह- (कांग्रेस से जीते अब रिक्त)
जुन्नारदेव- सुनील उइके- (कांग्रेस)
बुधनी- 81.54%- शिवराज सिंह चौहान (भाजपा)
सौंसर- विजय रेवनाथ चौरे (कांग्रेस)
पांढुर्ना- नीलेश पुसाराम उइके (कांग्रेस)
रतलाम ग्रामीण- मथुरालाल डामर (भाजपा)
चौरई-चौधरी सुजीत मेरसिंह (कांग्रेस)
इछावर- करण सिंह वर्मा (भाजपा)
भैंसदेही- महेंद्र सिसंह केशर सिंह (भाजपा)

कम वोटिंग पर नाराज हुए थे अमित शाह!- लोकसभा चुनाव के पहले को दो चरणों में  मध्यप्रदेश में कम वोटिंग से भाजपा हाईकमान बेहद नाराज थे। दूसरे चऱण की वोटिंग के दौरान मध्यप्रदेश दौरे पर आए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कम वोटिंग के लेकर संगठन को कड़ी फटकार लगाई थी। उन्होंने दो‌ टूक शब्दों में निर्देश दिए है कि ऐसे विधायक जो चुनाव में कम सक्रिय है, उन पर पार्टी चुनावों के बाद निर्णय लेगी। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के परिणाम के आधार पर हर विधायक का रिपोर्ट कार्ड बनेगा और उस रिपोर्ट‌ के आधार पर राजनीति भविष्य का फैसला करेगी। गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि रिपोर्ट के मुताबिक़ अधिकतर विधायक अपने चुनाव की अपेक्षा कम सक्रिय है।

इसके साथ पार्टी सूत्रों के मुताबिक गृहमंत्री अमित शाह ने दो टूक चेतावनी देते हुए कहा कि जिन मंत्रियों की विधानसभा में कम वोटिंग होगी, उनकी मंत्री पद से छुट्टी कर दी जाएगी। इसकी जगह उन विधायकों को मंत्री बनाया जाएगा जिनके इलाके में अच्छी वोटिंग हुई है। 

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

राहुल गांधी फिर बोले, 4 जून के नरेन्द्र मोदी नहीं रहेंगे प्रधानमंत्री