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कौन हैं मोदी के फेवरेट Annamalai Kuppusamy जो तमिलनाडु में कर सकते हैं गेम चेंज?

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वेबदुनिया न्यूज डेस्क

, मंगलवार, 19 मार्च 2024 (14:07 IST)
  • IIM किया IPS बने, राजनीति के लिए नौकरी को कहा अलविदा
  • 36 साल की उम्र में बने BJP के तमिलनाडु प्रदेश अध्यक्ष
  • कौन हैं मोदी के अन्‍ना और शाह के थांबी?
Who is Annamalai Kuppusamy : पहले आईआईएम। फिर आईपीएस और फिर राजनीति। सिर्फ 36 साल की उम्र में तमिलनाडु बीजेपी में बड़ा पद। आईपीएम में आने के लिए लाखों की पैकेज वाली कॉर्पोरेट जॉब छोड़ी। लेकिन समाज में अपनी सेवा का दायरा बढ़ाने के लिए आईपीएस सेवा को भी अलविदा कह दिया और हिंदू हार्डलाइनर पार्टी बीजेपी में आ गए। यह कहानी है 39 साल के अन्नामलाई कुप्पुसामी की जो फिलहाल तमिलनाडु बीजेपी के प्रदेश अध्‍यक्ष हैं।

सोमवार को पीएम नरेंद्र मोदी तमिलनाडु में थे। मोदी की सभा के सामने जो असंख्‍य लोगों की भीड़ थी उसमें एक ही नाम गूंज रहा था अन्‍नामलाई।

मोदी ने कहा चौंकाएंगा तमिलनाडु : कोयंबटूर में सभा के बाद पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा- तमिलनाडु का चुनाव सभी को चौंकाने वाला है। बीजेपी पूरी ताकत के साथ यहां उभरकर आएगी और आम जनता डीएमके का सपोर्ट करने के मूड में नहीं है। दरसअल, जिस तरह से कोयंबटूर में लोगों की भी बीजेपी की सभाओं में उमड़ रही है, वो बदलाव की तरफ इशारा कर रही है।
मोदी के अन्‍ना, शाह के थांबी : इतना ही नहीं, पीएम मोदी ने भी अपने भाषण में कई बार अन्‍नामलाई का जिक्र किया। अन्‍नामलाई पीएम मोदी के भी फैवरेट हैं, क्‍योंकि जब बीजेपी और AIADMK के बीच अन्‍नामलाई के एक बयान को लेकर विवाद हुआ तो बीजेपी ने अन्‍नामलाई का साथ दिया और दोनों दलों का गठबंधन टूट गया। मोदी के साथ ही गृहमंत्री अमित शाह भी अन्‍नामलाई के काम की तारीफ कर चुके हैं। अमित शाह ने एक बार अन्‍नमलाई को ‘थांबी’ कहा था, जिसका अर्थ ‘छोटा भाई’ होता है। तमिलनाडु के स्‍थानीय पत्रकारों का कहना है कि जब से वे बीजेपी प्रदेश अध्‍यक्ष बने हैं पार्टी लगातार चर्चा में है। अन्‍नामलाई तकरीबन रोजाना प्रेस वार्ता करते हैं और किसी न किसी तरह से बीजेपी को चर्चा में रखते हैं।

क्‍या है अन्‍ना की चुनौती : 2024 का लोकसभा चुनाव होने वाला है। ऐसे में तमिलनाडु में BJP का AIADMK से गठबंधन टूटना BJP के लिए झटके जैसा है। इस टूट के पीछे अन्‍नामलाई ही हैं, ऐसे में अन्‍नामलाई के ऊपर लोकसभा चुनाव में BJP की जीत को लेकर प्रेशर होना भी लाजिमी है। जानते हैं आखिर कौन हैं के अन्‍नामलाई, जिस पर बीजेपी तमिलनाडु में दाव लगा रही है।
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अन्‍ना का सफर
  • कोयंबटूर से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की
  • लखनऊ IIM से MBA किया
  • 10 साल तक IPS सेवा में रहे 
  • 2019 में पुलिस सेवा से इस्तीफा दिया
  • 25 अगस्त 2020 को बीजेपी में शामिल हुए
  • 9 जुलाई, 2021 को तमिलनाडु बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बने
जिसके ट्रांसफर के विरोध में लोग खड़े हो गए : 26 जुलाई 2016 में कर्नाटक के उडुपी जिले के पुलिस मुख्यालय के बाहर आम लोग प्रदर्शन कर रहे थे। खूब भीड़ थी। ये प्रदर्शन वहां के SP अन्नामलाई कुप्पुसामी Annamalai Kuppusamy के ट्रांसफर के विरोध में किया जा रहा था।

ऐसा ही विरोध 16 अक्टूबर 2018 को कर्नाटक के चिकमंगलूर जिले के पुलिस मुख्यालय के बाहर हुआ था। यह प्रदर्शन भी अन्‍नामलाई के तबादले के विरोध में था। अंदाजा लगाया जा सकता है एक पुलिस अफसर के तौर पर उनकी ईमानदारी और लोगों में उनकी लोकप्रियता किस हद तक थी।

घर-घर गए दंगा रुकवाया : कर्नाटक के चिकमंगलूर में साल 2017 में अन्नामलाई बतौर एसपी तैनात थे। यहां एक सांप्रदायिक दंगा हो गया। एक विवादित धार्मिक स्थल में दूसरे समुदाय के हज़ारों लोगों ने घुसने की कोशिश की। अन्नामलाई खुद दंगा रोकने पहुंच गए। कई दिनों तक गली-गली घूमे। पीस कमेटी का गठन किया और घर-घर जाकर दोनों समुदायों के लोगों से बातचीत कर मामले को शांत किया।

सुरक्षा ऐप लॉन्‍च किया : 27 मार्च 2015 को उडुपी पुलिस ने एक सुरक्षा ऐप लॉन्च किया। इस ऐप के तहत कोई भी व्यक्ति पुलिस को शिकायत दर्ज कर सकता है। शिकायत कहां तक पहुंची यह भी देख सकता था। यह शिकायत सीधे SP को भेज सकते थे। ये वहां के आम और गरीब लोगों के लिए ये एक बड़ा फैसला था। इस ऐप को लॉन्च करने वाले खुद अन्नामलाई ही थे।

अन्‍नामलाई की वजह से टूटा गठबंधन: अन्नामलाई अब तमिलनाडु बीजेपी के अध्यक्ष हैं और उनकी वजह से NDA गठबंधन में बड़ा बवाल हो गया है। उनसे नाराज होकर ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (AIADMK) ने BJP से गठबंधन तोड़ लिया। AIADMK के नेता तमिलनाडु में BJP प्रदेश अध्यक्ष के. अन्नामलाई के बयान से नाराज थे। अन्नामलाई ने द्रविड़ आइकन सीएन अन्नादुरई पर आरोप लगाया कि अन्नादुरई ने साल 1956 में मदुरै में एक कार्यक्रम में हिंदू धर्म का अपमान किया था। इस बयान से AIADMK नाराज थी। अन्नामलाई से माफी मांगने को कहा गया, लेकिन अन्‍ना ने कहा कि उन्होंने कुछ गलत नहीं कहा। माफी नहीं मांगेंगे। AIADMK ने अन्नामलाई के इस्तीफे की मांग की, लेकिन BJP इससे सहमत नहीं थी और ये गठबंधन टूट गया। अब ऐसे में तमिलनाडु में अन्‍नामलाई बीजेपी को कहां तक पहुंचाएंगे यह तो लोकसभा चुनाव के बाद ही पता चल सकेगा।
Written By Navin Rangiyal


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