Yogi Adityanath warned criminals and mafia : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ठाकुरों चौबीसी को साधने के लिए आज सरधना में एक जनसभा को संबोधित करने पहुंचे। मुजफ्फरनगर लोकसभा प्रत्याशी संजीव बालियान के लिए वोट मांगने आए सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने अपराधियों और माफियाओं को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि निर्दोषों को मारा तो मिट्टी भी नसीब नहीं होगी।
सपा राज में एक ऐसा बेखौफ दुर्दांत माफिया था जो मुख्यमंत्री और मुख्य न्यायाधीश का काफिला रोकने की हिमाकत करता था, ऐसे अपराधी को भाजपा ने कोर्ट में घसीटा, जेल भेजा तो उनकी पैंट गीली हो गई थी। उन्होंने जनता से कहा कि पश्चिम उत्तर प्रदेश में जिन लोगों को गर्मी चढ़ी हुई थी, उसको शांत कर दिया है, उन्हें अब दोबारा गर्म नहीं होने देना है। सीएम योगी ने कहा कि अच्छा नेतृत्व देश को बुलंदियों पर ले जाता है, जैसे हमारे प्रधानमंत्री मोदी जी हैं, वहीं गलत हाथों में सत्ता देने से दरिद्रता आती है।
अपनी बात को समझाने के लिए उन्होंने पाकिस्तान का उदाहरण देते हुए कहा कि एक तरफ भारत पिछले चार साल से 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन बांट रहा है, तो वहीं पाकिस्तान देश हाथ में कटोरा लेकर दुनियाभर में भीख मांग रहा है। उनकी यह दशा वहां के नेताओं के कारण हुई है।
मेरठ का सरधना विधानसभा क्षेत्र मुजफ्फरनगर लोकसभा में आता है, यहां से भाजपा ने संजीव बालियान को मैदान में उतारा है। सरधना विधानसभा से पूर्व में दो बार भाजपा के फायर ब्रांड नेता संगीत सोम विधायक रह चुके हैं। संगीत सोम का ठाकुर चौबीसी में जलवा है, लेकिन सोम और संजीव बालियान के संबंध मधुर नहीं हैं। ठाकुरों की नाराजगी को दूर करने और संजीव बालियान के पक्ष में मतदान करने की अपील के लिए मुख्यमंत्री सरधना के राडधनी गांव पहुंचे।
मंच पर संगीत सोम और संजीव बालियान आमने-सामने थे, लेकिन दोनों में खिंचाव साफतौर पर दिखाई दे रहा था। संगीत ने अपने संक्षिप्त भाषण में संजीव बालियान के नाम से वोट की अपील नहीं की, बल्कि कहा कि जो योगी जी कहेंगे, वह हम करेंगे। वहीं जब संजीव बालियान ने माइक पकड़ा तो जनसभा में आए लोगों ने हाथ हिलाकर हूटिंग शुरू कर दी, लिहाजा संजीव बालियान ने जल्दी ही अपना भाषण समाप्त कर दिया। सभा समाप्ति के बाद संजीव बालियान मुर्दाबाद के नारे भी लग गए।
योगी आदित्यनाथ ने मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट से प्रत्याशी संजीव बालियान के पक्ष में जनता से वोट की अपील करते हुए कहा कि मेरठ से 12 लेन के एक्सप्रेसवे के साथ सीधे दिल्ली से जुड़ गया है। अब मेरठ के लोग दिल्ली में नहीं दिल्ली के लोग मेरठ, सरधना और मुजफ्फरनगर में रहना चाहते हैं। पहले जिस दूरी को तय करने में 5 घंटे लगते थे अब उसे 1 घंटे में पूरा किया जाता है। यही नहीं 32 हजार करोड़ रुपए से रैपिड रेल सेवा से मेरठ को जोड़ा जा चुका है। आज उत्तर प्रदेश की पहली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी मेजर ध्यानचंद के नाम पर इसी विधानसभा में बन रही है। उन्होंने कहा कि पश्चिमी यूपी में परिवर्तन की झलक दिखाई देने लगी है।
उन्होंने विपक्षियों पर प्रहार करते हुए वोटरों को उनके झांसे में नहीं आने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि जो लोग आपको गुमराह करने आ रहे हैं, ये वही लोग हैं जिन्होंने संगीत सोम और संजीव बालियान को जेल में डाला था, यहां की जनता को कर्फ्यू में झोंकने का काम किया था। दंगा पॉलिसी चलाने वालों ने यहां के युवाओं पर झूठे मुकदमे दर्ज करके उनके जीवन को निगलने की कोशिश की थी, हमें उन्हें माफ नहीं करना है, चुनाव में सबक सिखाना है। विपरीत परिस्थितियों पर डगमगाना नहीं है, मजबूती से महाराणा प्रताप की तरह डटे रहना है। महाराणा प्रताप ने विदेशी हुकूमत के आगे सिर नहीं झुकाया, घास की रोटी खाकर अपने सम्मान को बरकरार रखा, उसी तरह आपको अपना सम्मान बनाए रखना है।
मुख्यमंत्री ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि जिन लोगों ने इस क्षेत्र में कर्फ्यू लगाकर बहन-बेटियों की इज्जत को नीलाम करने का काम किया था, उन्हें फिर से पनपने नहीं देना है। यह वह लोग हैं जो पहले दुम दबाकर आएंगे, बाद में गिरेबान पकड़कर अव्यवस्था और अराजकता को अंजाम देंगे। सरधना वीरों की भूमि है, वीरता कभी कायरता नहीं दिखाती। जाति के सौदागर पहले आपको गुमराह कर इस्तेमाल करेंगे और बाद में सौदेबाजी करके गायब हो जाएंगे। इस देश के राष्ट्रधर्म पर जब भी खतरा आया है, इन्हीं लोगों के कारण आया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त की गई है, अब कोई माई का लाल आपका बाल भी बांका नहीं कर सकता है। बड़े-बड़े माफिया और आतंकवादियों की कैसी दुर्गति हो रही है, यह किसी से छिपी नहीं है। पहले जिनके नाम से ही कर्फ्यू लग जाया करता था, आज वो कहां हैं। सपा सरकार के दौरान एक दुर्दांत माफिया ऐसा था, जो चलता था तो मुख्यमंत्री हों या मुख्य न्यायाधीश, इन सबके काफिले रुक जाते थे, केवल उसका काफिला निकलता था। ऐसे अपराधी को हमने रगड़कर उसे कोर्ट में पेश किया तो उसकी पैंट गीली हो गई थी। तब हमने उसे कहा था कि कानून को रौंदने वाला कितना ही बड़ा क्यों न हो, उसको सजा मिलती जरूर है, अब यह अहसास हो रहा है कि नहीं। निर्दोष लोगों को मारोगे तो मिट्टी भी नहीं मिल पाएगी।