उपप्रधानमंत्री बनाओ-माया
कांग्रेस के सामने रखी शर्त
-विनोद अग्निहोत्री
कांग्रेस ने मतगणना से पहले ही अपने गठबंधन का बहुमत जुटाने की कवायद बेहद तेज कर दी है। कांग्रेस के संपर्क सूत्रों ने सपा और बसपा दोनों को ही साधना शुरू कर दिया है। बसपा और कांग्रेस के बीच संपर्क के लिए सक्रिय एक बड़ी राजनीतिक और संवैधानिक शख्सियत इन दिनों दिल्ली में ही है।
इसके अलावा एक बड़े बिल्डर समूह के अध्यक्ष ने भी कांग्रेस के एक बड़े नेता के साथ संपर्क साध रखा है। सूत्रों के मुताबिक मायावती ने संप्रग को समर्थन देने के एवज में शर्त रखी है कि या तो उन्हें उपप्रधानमंत्री पद दिया जाए या गृह मंत्रालय बसपा को दिया जाए।
मायावती को यह अहसास हो रहा है कि शायद अब उनके प्रधानमंत्री बनने की संभावनाएँ लगभग खत्म हो गई हैं। अब जब कांग्रेस नए सहयोगियों को जोड़ने में जुट गई है तब मायावती और कांग्रेस के तार जोड़ने में जुटे संपर्क सूत्रों ने बसपा अध्यक्ष की मंशा कांग्रेस नेताओं को बता दी है। कांग्रेस ने अभी इस पर प्रतिक्रिया नहीं दी है।