मुलायम और कल्याण की दोस्ती से नाराज चल रहे समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खाँ ने रामपुर की एक चुनावी जनसभा में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अमरसिंह की अपने विरुद्ध की गई टिप्पणियों की भर्त्सना की और कहा कि ये टिप्पणियाँ धमकी भरी हैं।
आजम खाँ ने आरोप लगाया कि अमरसिंह की यह टिप्पणी कि वे शिव का तीसरा नेत्र बनकर आजम खाँ को नष्ट कर देंगे, एक धमकी है जो राजनीतिक भी हो सकती है और मुझे तथा मेरे परिवार को शारीरिक क्षति पहुँचाने की भी हो सकती है।
खाँ ने कहा राजनीति में ऐसी अमर्यादित भाषा निंदनीय तो है ही इससे बोलने वाले की गलत मंशा का भी अंदेशा होता है।
पिछले लगभग डेढ़-दो वर्षों से पार्टी के भीतर अलग-थलग रह रहे आजम ने आरोप लगाया कि अमरसिंह ने मेरे विरुद्ध विष वमन के लिए शाहाबाद तहसील के भाजपा और संघ के प्रभाव वाले ढाकिया गाँव का चयन किया और हिन्दुओं को मेरे विरुद्ध भड़काने की पूरी कोशिश की।
आजम खाँ ने कहा कि उन्हें आश्चर्य है कि अमरसिंह ने उन पर हमला क्यों किया, जबकि वे लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार तक नहीं हैं।
रामपुर के मौजूदा हालात को नाजुक बताते हुए खाँ ने बताया कि उन्होंने जिला प्रशासन के साथ ही चुनाव आयोग को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि 13 मई को रामपुर लोकसभा सीट के लिए होने वाले मतदान के दौरान विशेष सतर्कता बरती जाए क्योंकि सपा नेता अमरसिंह ने किसी भी स्तर तक जाने की खुली धमकी दी है।
आजम खाँ ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से रामपुर में ऐसे लोगो का ताँता लगा है, जो खुद को मुंबई के अपराध जगत के सरगना अबू सलेम का साथी होने का दावा करते हैं। उत्तरप्रदेश के विभिन्न भागों तथा महाराष्ट्र से आए सात सौ से अधिक कथित उलेमा भी रामपुर मे डेरा डाले हुए हैं।
उन्होंने कहा कि ये लोग रामपुर के युवकों को फिल्मी दुनिया का झाँसा देकर भरमा रहे हैं और उन्हें आशंका है कि बाहर से आए वे लोग शहर के युवकों को गुमराह करके जिले के वातावरण को बिगाड़ने की साजिश भी रच सकते हैं। जिला प्रशासन को सतर्क रहने की जरूरत है।
अमरसिंह को दया का पात्र बताते हुए आजम ने कहा कि कल की टिप्पणियों के बाद उन्हें अमरसिंह से सहानुभूति होने लगी है।
एक सवाल के जवाब में आजम खाँ ने बताया कि उन्हें तत्कालीन राज्यपाल ने बीस वर्ष पहले ही जेड श्रेणी की सुरक्षा सुविधा प्रदान की थी मगर वर्ष 2007 में सत्तारूढ़ होते ही मायावती सरकार ने उसे वापस ले लिया। उन्होंने कहा कि जहाँ तक अमरसिंह से खतरे की बात है, तो इसके लिए उन्हें किसी सुरक्षा घेरे की आवश्यकता नहीं है।
गुरुवार की जनसभा में अमरसिंह ने कथित तौर पर कहा था कि आजम खाँ ने मुझे जूते का उपहार देने की तैयारी कर रखी है। इस पर आजम खाँ ने कहा कि न तो वे इतने निचले स्तर तक गिर सकते हैं और न ही रामपुर में इतने घटिया जूते ही बनते हैं।