एक्जिट पोल के नतीजों में किसी भी पार्टी अथवा गठबंधन को स्पष्ट बहुमत नहीं मिलने का अनुमान व्यक्त किए जाने को देखते हुए कांग्रेस और भाजपा दोनों ने सरकार गठन के लिए आवश्यक संख्या बल जुटाने के लिए अपनी रणनीति पर चर्चा की।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने चुनाव बाद गठबंधन की संभावना के संबंध में अपनी रणनीति पर चर्चा करने के लिए पार्टी अध्यक्ष सोनिया गाँधी के निवास पर बैठक की। सोनिया विभिन्न राज्यों के नेताओं और पार्टी महासचिवों की राय ले रही हैं।
भाजपा ने चुनाव बाद गठबंधन पर चर्चा करने के लिए गुरुवार की सुबह पार्टी की ओर से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार लालकृष्ण आडवाणी के निवास पर बैठक की। पार्टी अध्यक्ष राजनाथसिंह और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी भी बैठक में उपस्थित थे।
मोदी को अन्नाद्रमुक प्रमुख जयललिता को राजग के पाले में लाने के लिए भाजपा की ओर से लगाया जाएगा। बैठक के पहले मोदी ने संवाददाताओं से कहा मैं चुनाव बाद राजनीतिक प्रक्रिया में हिस्सा लेने के लिए यहाँ हूँ। इसमें छिपाना क्या है।
एक्जिट पोल में सत्तारूढ़ संप्रग सबसे बड़े गठबंधन के तौर पर उभरा है। उसे 190 से 205 सीट मिलने का अनुमान व्यक्त किया गया है। वहीं राजग भी बहुत पीछे नहीं दिख रहा है। 543 सदस्यीय लोकसभा में उसे 185 से 196 सीट मिलने का अनुमान व्यक्त किया गया है। इसने सरकार गठन में छोटी पार्टियों की महत्वपूर्ण भूमिका की संभावना खोल दी है।
खंडित जनादेश आने का अनुमान व्यक्त करते हुए इन सर्वेक्षणों में कहा गया है कि तीसरे मोर्चे को 100 से अधिक सीटें मिल सकती हैं।