राजस्थान की 25 लोकसभा सीटों के लिए हुए चुनाव में कुछ सीटों पर खड़े पूर्व राजघरानों के सदस्यों को मतदाताओं ने गले लगाया जबकि पूर्व ठिकानेदारों को घर बैठा दिया।
मतदाताओं ने कांगेस के टिकट पर उतरे पूर्व रजवाड़ों में से जोधपुर राजघराने की सदस्य चन्द्रिका कुमारी, अलवर राजघराने के भंवर जितेन्द्र सिंह, कोटा राजघराने के इज्येराज सिंह और पूर्व राजघराने के सदस्य सांसद भाजपा के इकलौते दुष्यन्त सिंह (बारां झालावाड़) को क्रमशः जोधपुर, अलवर, कोटा और बारां, झालावाड़ संसदीय सीट से चुनाव जिताकर लोकसभा पहुँचाया है।
मतदाताओं ने पूर्व ठिकानेदारों वीपी सिंह (भीलवाड़ा), राव राजेन्द्रसिंह (उनियारा) और मानवेन्द्र सिंह (बाड़मेर) को लोकसभा नहीं पहुँचने दिया।
जोधपुर पूर्व राजघराने की सदस्य चन्द्रिका कुमारी ने अपने परिवार की राजनीतिक परंपरा को आगे बढ़ाते हुए जोधपुर लोकसभा सीट से कांगेस के टिकट पर चुनाव लड़ा। वे भाजपा के सांसद जसवन्त सिंह विश्नोई को 98328 मतों से पराजित कर लोकसभा पहुँची हैं।
मतदाताओं ने अलवर राजघराने के पूर्व सदस्य और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव राहुल गाँधी के करीबी भँवर जितेन्द्र सिंह को अलवर संसदीय सीट से पहली बार लोकसभा पहुँचाया है।
राहुल गाँधी की टीम के सदस्य भँवर जितेन्द्र सिंह नानुकूर के बाद चुनाव मैदान में उतरे थे। उन्होंने भाजपा की डॉ. किरण यादव को एक लाख 56 हजार 619 मतों से पराजित कर अलवर सीट पर कब्जा किया है।
कांग्रस के टिकट पर पहली बार अपने पूर्व राजमहल को छोड़कर जनता के बीच उतरे कोटा पूर्व राजघराने के सदस्य इज्येराज सिंह को भी मतदाताओं ने सिर-माथे पर बैठाया और भाजपा का गढ़ समझी जाने वाली कोटा सीट से भाजपा उम्मीदवार को पराजित किया।
इज्येराज सिंह को जिताने के लिए उनकी पत्नी ने भी 47 डिग्री सेल्सियस तापमान की गर्मी में मतदाताओं से वोट माँगे। इज्येराज सिंह ने सरकारी छोड़कर चुनाव मैदान में उतरे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की पृष्ठभूमि के श्याम शर्मा को 83093 मतों से पराजित कर कोटा सीट पर कब्जा किया।
भाजपा के इकलौते पूर्व राजघराने के सदस्य और राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के पुत्र सांसद दुष्यन्त सिंह ने झालावाड़, बारां लोकसभा सीट पर कडे़ मुकाबले में राज्य के सार्वजनिक निर्माण मंत्री प्रमोद जैन भाया की पत्नी उर्मिला जैन को 52851 मतों से पराजित किया।
दुष्यन्त सिंह लोकसभा में अपनी दूसरी पारी की शुरुआत करेंगे। राजे को अपने पुत्र को जिताने के लिए कई दिनों तक झालावाड़-बारां ससंदीय क्षेत्र में पड़ाव डालना पड़ा।
पूर्व राजघरानों के सदस्यों को मतदाताओं ने संसद में भेजा वहीं उन्होंने पूर्व ठिकानेदारों को नकार दिया। जयपुर ग्रामीण संसदीय क्षेत्र के मतदाताओं ने पूर्व ठिकानेदार राव राजेन्द्र सिंह को एक बार फिर पराजित कर लोकसभा नहीं पहुँचने दिया। इससे पहले दिसम्बर में हुए विधानसभा चुनाव में राव राजेन्द्र सिंह चुनाव हार चुके हैं। राव राजेन्द्रसिंह को कांग्रेस के लालचंद कटारिया से 52237 मतों से पराजित होना पड़ा।
पूर्व ठिकाने के सदस्य सांसद वीपी सिंह को भी भीलवाड़ा के मतदाताओं ने इस चुनाव में नकार दिया। मतदाताओं ने विधानसभा चुनाव में मात्र एक मत से पराजित होने वाले राजस्थान प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी को जिताकर लोकसभा भेजा है।
डॉ. जोशी ने भाजपा के वीपी सिंह को एक लाख 35 हजार 368 मतों से पराजित कर लगातार तीसरी बार लोकसभा में पहुँचने से रोक दिया। बाड़मेर के मतदाताओं ने भी पूर्व विदेशमंत्री जसवन्त सिंह के पुत्र मानवेन्द्र सिंह को भी पराजित कर लोकसभा जाने के लिए रोक दिया। कांग्रेस के युवा हरीश चौधरी ने मानवेन्द्र सिंह को एक लाख 19 हजार 106 मतों से पराजित किया।