प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह ने देश की आर्थिक नीतियों पर भारतीय जनता पार्टी की बयानबाजी की जमकर खिंचाई करते हुए कहा कि वह या तो आर्थिक मुद्दों को समझती नहीं है अथवा वह जानबूझकर जनता को गुमराह करना चाहती है।
पश्चिमी दिल्ली के हरी नगर में कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशियों के समर्थन में रविवार को एक रैली को संबोधित करते हुए डॉ. सिंह ने कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार ने काले धन को देश में लाने की दिशा में हर जरूरी कदम उठाया। जरूरत पड़ने पर विदेशों की सरकार से बिना कोई समय गँवाए संपर्क साधा गया।
इस विषय को लंदन में जी-20 शिखर बैठक में भी उठाया गया और उम्मीद है कि जल्दी अच्छे नतीजे सामने आएँगे। उन्होंने कहा कि भाजपा ने जिस प्रकार से काले धन के मुद्दे को उठाया है, उससे कुछ और सवाल पैदा होते हैं, जिनका जवाब उसे देना चाहिए।
भाजपा ने काले धन के जो आँकड़े बताए हैं, उनका कोई आधार नहीं है। उन्होंने कहा मेरी जानकारी में देश या विदेश में कोई ऐसी संस्था नहीं है, जो इस प्रकार के अनुमान लगाती है।
भाजपा को यह बताना चाहिए कि इंटरनेट की किसी वेबसाइट से ली गई जानकारी का इस्तेमाल इतने महत्वपूर्ण विषय पर क्यों किया गया। यही नहीं भाजपा को जनता को यह जवाब भी देना चाहिए कि इस मामले में सार्वजनिक बयान देने से क्या विदेशों में जमा काला धन कार्रवाई से पहले निकाल नहीं लिया जाएगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जहाँ तक मैं समझता हूँ, भाजपा और लालकृष्ण आडवाणी ने इस मामले को केवल चुनावी स्टंट ही नहीं बनाया, बल्कि वे पूरी तरह से गैर जिम्मेदार भी हैं।
ऐसे में देश के मतदाताओं को सोचना होगा कि जिस पार्टी की आर्थिक मुद्दों पर इस तरह की सोच है, वह सत्ता में आने पर कैसी आर्थिक नीतियाँ बनाएगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कांग्रेसनीत संप्रग सरकार के प्रयासों के कारण ही बरसों से ठहराव के बाद कृषि विकास दर पूर्व की भाजपानीत राजग की तुलना में दोगुनी हो गई है।
उन्होंने कहा हमने देश को एकजुट रखने और समाज के हर वर्ग के लोगों को प्रगति का हिस्सेदार बनाने की कोशिश की है, लेकिन अभी काम पूरा नहीं हुआ है।