भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रधानमंत्री के उम्मीदवार लालकृष्ण आडवाणी ने कहा कि 15वें लोकसभा चुनाव में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी के रूप में सामने आएगी।
आडवाणी ने एक चुनावी सभा में कहा कि गत दो मार्च को लोकसभा चुनावों की घोषणा के बाद से वे पूरे देश का भ्रमण कर रहे हैं और रामनाथपुरम 123वाँ संसदीय क्षेत्र है, जहाँ वे रैली को संबोधित कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि यात्रा के दौरान लोगों से हुई चर्चाओं और उनके रुख के अध्ययन के आधार पर वे यह कह सकते हैं कि चुनाव के बाद भाजपा सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरेगी।
उन्होंने कहा कि वर्ष 1952 के पहले संसदीय चुनाव से लेकर अब तक के सभी लोकसभा चुनावों में वे भाग ले चुके हैं। उन्होंने कांग्रेस की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि अब तक केन्द्र की सभी 15 सरकारों को उन्होंने बहुत ही करीब से देखा है और केन्द्र की वर्तमान संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार लोगों को यह बताने में असफल रही है कि उसकी उपलब्धि क्या है।
उन्होंने कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह की अगुवाई वाली (संप्रग) सरकार की कोई उपलब्धि नहीं है। उन्होंने कहा कि गत 45 वर्षों से देश में सिर्फ कांग्रेस ने शासन किया है लेकिन भाजपा की उपलब्धियों के कारण भारतीय राजनीति द्विध्रुवीय हो गई है।
उन्होंने कहा कि गत 15 वर्षों से किसी दल ने केन्द्र में शासन नहीं किया है बल्कि गठबंधन की सरकार रही है। यहाँ तक कि अटलबिहारी वाजपेयी नीत केन्द्र की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) भी गठबंधन सरकार थी और सभी दल न्यूनतम साझा कार्यक्रमों पर सहमत हुए थे और भाजपा तथा सहयोगी दलों के बीच कोई मतभेद नहीं था।
आडवाणी ने कहा कि देश को परमाणु ऊर्जा संपन्न और चमचमाती सड़कों वाला राष्ट्र बनाने के लिए हमारे पास सकारात्मक और रचनात्मक कार्यक्रम हैं। उन्होंने कहा कि आर्थिक नीति या विदेशी नीति पर समानता नहीं होने के बावजूद केन्द्र में सिर्फ और सिर्फ भाजपा को अलग रखने के लिए कांग्रेस ने वामदलों के समर्थन से सरकार बनाई।