भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने डॉ. मनमोहनसिंह को कमजोर प्रधानमंत्री बताते हुए कहा कि उनकी स्थिति देख कर उन पर गुस्सा नहीं दया आती है।
आडवाणी जयपुर से करीब तीस किलोमीटर दूर चौमू में सोमवार को जयपुर ग्रामीण लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार राव राजेन्द्रसिंह के समर्थन में आयोजित चुनाव सभा को सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में डॉ. मनमोहनसिंह ऐसे प्रथम कमजोर प्रधानमंत्री हैं, जो निर्णय लेने से पहले अपने सहयोगी दलों के सहयोगियों से या मंत्री के माध्यम से दस जनपथ तक निर्णय की जानकारी पहुँचाते हैं और दस जनपथ के निर्देशानुसार फैसला लेते हैं।
वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा मैं उनकी आलोचना नहीं करता। उनकी स्थिति देखकर गुस्सा नहीं आता, बल्कि उन उन पर दया आती है।
आडवाणी ने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में संस्थाओं या पदों का अवमूल्यन नहीं होना चाहिए। यदि राजनेता सीबीआई के निदेशक को कुछ कहे और वह उसके अनुसार काम करे तो यह लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है।
आडवाणी ने कहा कि अदालत ने सीबीआई की इसके लिए भर्त्सना की है। सीबीआई ने बोफोर्स मामले की जाँच में कहा कि क्वाचोत्री नाम का व्यक्ति बिचौलिया है, जो सोनिया गाँधी का रिश्तेदार है। फिर भी सीबीआई ने क्वात्रोच्चि को क्लीन चिट दे दी।
आडवाणी ने कहा कि प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहनसिंह के पास यह बताने के लिए कुछ नहीं है कि उन्होंने जनता के लिए क्या किया।
उन्हें राजनीतिक जीवन का अनुभव नहीं है। वे शासन के तंत्र का ही हिस्सा रहे हैं। वह डॉ. मनमोहनसिंह चुनाव में जीत कर प्रधानमंत्री नहीं बने हैं।