मनमोहन सिंह के कमजोर प्रधानमंत्री होने से संबंधित भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी के आरोपों को खारिज करते हुए राकांपा प्रमुख शरद पवार ने कहा कि उनकी टिप्पणी गैरजिम्मेदाराना बयान और आलोचना गैरवाजिब है।
पवार ने कहा कि आडवाणी ने कभी पहले ऐसा गैरजिम्मेदाराना बयान नहीं दिया। मैं आडवाणी द्वारा प्रधानमंत्री पर व्यक्तिगत रूप से हमले किए जाने से चकित था।
मनमोहन सिंह का जोरदार समर्थन करते हुए पवार ने कहा कि मनमोहन सिंह कमजोर प्रधानमंत्री नहीं हैं। उन्होंने कहा कि वे निर्णय लेने वाले हैं, उनकी स्वच्छ छवि है और वे कार्य में विश्वास करते हैं। उनके अच्छे व्यवहार, सम्मान प्रदर्शित करने की आदत और हावभाव के कारण अगर कोई उन्हें कमजोर कहता है तो मैं उसे नहीं स्वीकार करूँगा।
लेकिन पवार ने सिंह को संप्रग की ओर से प्रधानमंत्री का उम्मीदवार स्वीकार करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने शीर्ष पद के लिए उनका नाम सिर्फ पार्टी की ओर से घोषित किया है न कि गठबंधन की ओर से।