भाजपा नेता नरेंद्र मोदी ने देश से आतंकवाद को पूरी तरह खत्म करने के लिहाज से कड़े स्वर में कहा कि आतंकवाद और वे एक साथ नहीं रह सकते। उन्होंने कहा कि आतंकवाद और मोदी इस देश में एक साथ नहीं रह सकते। या तो आतंकवाद रहेगा या मोदी। उन्होंने कहा कि वे आतंकवाद से लड़ सकते हैं क्योंकि वे कांग्रेस की तरह वोट बैंक की राजनीति में शामिल नहीं हैं।
भाजपा के प्रभाव वाले सोला इलाके में भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार लालकृष्ण आडवाणी की मौजूदगी में मोदी ने मतदाताओं से कहा कि भाजपा को वोट देकर प्रधानमंत्री चुनें जो मौका और किसी राज्य की जनता को नहीं मिल रहा।
उन्होंने कहा कि आपके पास एक प्रधानमंत्री को चुनने का मौका है क्योंकि आडवाणीजी यहाँ से चुनाव लड़ रहे हैं। और किसी राज्य की जनता के पास प्रधानमंत्री को चुनने का मौका नहीं है क्योंकि कांग्रेस के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार मनमोहनसिंह लोकसभा चुनाव नहीं लड़ रहे हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी, उनके बेटे राहुल और बेटी प्रियंका को एसआरपी कहते हुए मोदी ने कहा कि आडवाणी ने जब से विदेशी बैंकों में जमा काले धन का मुद्दा उठाया है, एसआरपी ने उन पर और आडवाणी पर हमले बोले हैं।
मजे की बात यह है कि इस मौके पर मोदी और आडवाणी दोनों ही गुजरात दंगों के मामले में एक शिकायत पर उच्चतम न्यायालय द्वारा दिए गए जाँच के आदेश पर कुछ नहीं बोले।