वाम मोर्चा के अध्यक्ष बिमान बोस ने सोमवार को कांग्रेस नेता सोनिया गाँधी और महासचिव राहुल गाँधी को नसीहत देते हुए कहा कि वाम मोर्चे को सोनिया से लोकतंत्र का पाठ सीखने की कोई जरूरत नहीं है। साथ ही राहुल उड़ीसा के कालाहांडी का हाल जाने बगैर पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले की स्थिति को बेहद खराब की श्रेणी में न रखें।
पश्चिम बंगाल में लोकतंत्र का शासन नहीं होने की सोनिया की टिप्पणी पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए बोस ने यहाँ संवाददाताओं से कहा बातचीत में कांग्रेस द्वारा देश में आपातकाल लागू किए जाने की घटना को याद किया।
उन्होंने कहा हमें कांग्रेस जैसी पार्टी से लोकतंत्र का पाठ सीखने की कोई जरूरत नहीं है। कांग्रेस ने सत्तर के दशक खासकर वर्ष 1977-78 में क्या किया था यह अब तक कोई नहीं भूला है।
नंदीग्राम के बारे में कांग्रेस अध्यक्ष की टिप्पणी पर बोस ने आरोप लगाया कि लोकसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होने के बाद से अब 39 मार्क्सवादी कार्यकर्ता तृणमूल कांग्रेस, कांग्रेस और माओवादियों के हाथों मारे जा चुके हैं।
राहुल द्वारा पुरुलिया की तुलना कुपोषण के लिए कुख्यात कालाहांडी से किए जाने पर बोस ने कहा राहुल गाँधी हेलीकाप्टर से पुरुलिया सैनिक स्कूल में उतरे और वहाँ से वाहन के जरिये एक किलोमीटर दूर रैली स्थल पहुँचे। वह रैली में बमुश्किल 12 मिनट बोले और पुरुलिया की तुलना कालाहांडी से कर डाली। उन्हें न तो पुरुलिया के बारे में कुछ मालूम है और न ही कालाहांडी के बारे में।