प्रेम की अभिव्यक्ति के कई तरीके हो सकते हैं। खासतौर पर सूचना क्रांति के इस दौर में जब हजारों-लाखों किमी दूर रहते हुए, एक-दूसरे से रूबरू बातचीत हो सकती हो। तो क्या हुआ कि पोस्टकार्ड की जगह एसएमएस और चिट्ठी की जगह ई-मेल ने ले ली हो। हाँ, इन साधनों के प्रयोग के लिए थोड़ी सावधानी की जरूरत है। अपने प्रेमी या पति या फिर पत्नी या प्रेमिका को प्यारभरा एसएमएस करने से पहले इन 6 चीजों का हमेशा ध्यान रखें।
1 क्या कहना है? एसएमएस में आजकल संक्षिप्त भाषा का चलन है, लेकिन ऐसी भाषा का क्या मतलब जो समझ में ही न आए या फिर जो अनर्थ कर दें। तो इसमें संक्षिप्त शब्दों के प्रयोग से बचें।
2 कब कहना है? जब आपके पति या फिर प्रेमी या फिर पत्नी या प्रेमिका काम कर रहे हों या फिर किसी मीटिंग में व्यस्त हों तो न तो वे आपके संदेश का अर्थ ठीक से ग्रहण कर पाएँगे और न ही इसका पूरा मजा उठा पाएँगे। अच्छा तो यह रहेगा कि आप ऐसे समय पर एसएमएस करें, जिसमें या तो वे लंच पर हों या फिर कम्प्यूटर पर हों। साथ ही मैसेज बैक करने में बहुत ज्यादा जल्दबाजी भी न दिखाएँ।
3 कितना कहना है? मैसेज जितना छोटा होगा, उसका प्रभाव उतना ही ज्यादा होगा। लंबे-लंबे और उपदेशात्मक मैसेज पढ़ना किसी को भी नहीं भाता, इसलिए कोशिश करें कि कम से कम शब्दों में अपनी बात कहें।
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4 कैसे कहना है? यह बात हमेशा ध्यान रखें कि सेल फोन यंत्र है। यह आपकी हँसी, खुशी, उदासी, गुस्सा या फिर छेड़छाड़ को व्यक्त नहीं कर पाएगा। यह सिर्फ शब्द ही एक से दूसरी जगह पहुँचा सकता है, इसलिए इस पर ज्यादा निर्भरता ठीक नहीं है।
5 बी केयरफुल! आप इस बात का विशेष रूप से ध्यान रखें कि मैसेज जिसे भेजा जाना हो, वहीं पहुँचे। इसलिए सेंड को यस करने से पहले एक बार फिर से नंबर चेक कर लें। कहीं ऐसा न हो कि यह वहाँ पहुँच जाए, जहाँ आप इसकी भनक भी नहीं देना चाहते हों।
6. डिलीट आइटम अगर आप चुपके-चुपके या छुपकर डेटिंग कर रहे हैं तो बेहतर है कि मैसेज पढ़ते या भेजते ही उसे डिलीट कर दें।