क्या आपको भी लगता है लोग आपको टेकन फॉर ग्रांटेड लेते हैं, तो अपने व्यक्तित्व से इन 5 चीजों को डिलीट करें
अगर लोग उठाते हैं आपका फायदा तो ऐसी स्थिति से बचने के 5 टिप्स
क्या आपको लगता है कि आप अपने आस-पास के लोगों के लिए जितना करते हैं, वो आपको उसके बदले उतना प्यार नहीं देते हैं या रिश्ते की शुरूआत में वो आपको महत्व देते थे लेकिन समय के साथ अब ये रिश्ता सिर्फ एक तरफा रह गया है।
1. सामने वाले व्यक्ति को उसकी सीमा बताएं
यदि आप टेकन फार ग्रांटेड नहीं होना चाहते हैं, तो आप अपने रिश्तों में कुछ सीमाएं पहले से ही निर्धारित करें कि आप ऐसी बातें नहीं सहने वाले हैं। अगर किसी ने आपके साथ कुछ गलत किया तो आप इस बात को सहन नहीं करेंगे। आप अपने लिए आवाज उठाएं, लोगों को अपना फायदा उठाने न दें।
2. बिना मांगे किसी की मदद न करें
आप बिना मांगे किसी की मदद न करें क्योंकि बिना मांगे मदद करने से व्यक्ति को उस मदद का अहसास नहीं होता है। इसलिए जब तब किसी को आपकी जरूरत न हो आप उसकी मदद न करें। हर किसी के लिए तत्पर रहना आपके लिए हानिकारक हो सकता है। आपका खुद से पहले दूसरों को आगे रखने का स्वाभाव आपसे नए अवसरों को छीन सकता है।
3. हर किसी से अपनी बातें शेअर न करें
आप हर किसी से अपने दिल की बातें नहीं कर सकते हैं क्योंकि हर व्यक्ति अच्छा नहीं हो सकता है। दूसरा व्यक्ति आपकी बातों के जरिये आपकी कमजोरी का पता लग सकता है। इसलिए अपनी निजी बातों को हर किसी के साथ शेयर न करें।
4. हर किसी की बातों को न मानें
हर किसी की बातों पर अमल न करें। ऐसा करना संभव भी नहीं है पर ऐसा करने की कोशिश में आपका व्यक्तित्व उतना आर्कषक नहीं लगता है। आप सुनें सबकी, करें अपने दिल की, इस बात को आप गांठ बांधकर रख लें। अपने विचारों को स्पष्ट तरीके से पेश करें। खुद की इज्जत करना सीखें, तभी लोग भी आपकी इज्जत करेंगे।
5. किसी का डोर मैट न बनें
किसी के लिए हमेशा तत्पर न रहें। इससे दूसरे व्यक्ति की जिंदगी में आपका महत्व कम होता है। वो आपको टेकन फॉर ग्रांटेड लेने लगता है। उसे लगता है कि ये काम आपका है और आपके पास कोई अन्य काम करने को नहीं है। ऐसे रिश्ते में व्यक्ति आप पर कुछ चीजों को लेकर हावी होने लगता है। इसलिए आप किसी का डोर मैट बनने से बचें और खुद का फायदा लोगों को न लेने दें।
आप खुद में आत्मविश्वास जगाएं और खुद को ज्यादा से ज्यादा लोगों में अभिव्यक्त करें। इसका अर्थ ये बिल्कुल भी नहीं है कि आप हर किसी से अपनी दिल की बात करें। आप खुद में आत्मविश्वास जगाने के लिए लोगों से बातचीत करें लेकिन सभी से भावनात्मक रूप से न जुड़ें। इससे लोग आपका फायदा नहीं उठा पाएंगें।