अपनी-अपनी राम कहानी!
पति (देरी से घर आने पर) पत्नी से : सुनो तुम जानती नहीं की मैं कहाँ से आ रहा हूँ और मेरा क्या हाल है।
पत्नी : मैं सब जानती हूँ। फिर भी आप जो कहानी बनाकर लाए हैं, उसे सुना दीजिए, फिर मैं अपनी कहती हूँ।
पीता हूं गम भुलाने को!
पति : (नशे में, पत्नी से) - तुम कौन हो?
पत्नी : (गुस्से में) : अब तुम अपनी पत्नी को भी भूल गए?
पति - नशा हर गम को भुला देता है जी .. !!!
पत्नी : जब आप देशी दारू पीते हो मुझे पारो कहते हो, जब आप विदेशी पीते हो तो मुझे डार्लिंग कहते हो आज क्या पिया है जो मुझे चुडैल कह रहे हो।
पति : तुम्हारी कसम, आज मैंने कुछ नहीं पीया है, आज मैं अपने होश में हूँ।