एक ऐसा बादशाह जो ना केवल मुगलों का लोकप्रिय शासक रहा है, बल्कि प्रेम की दुनिया पर भी उसने राज किया है। शाहजहाँ, जिसने अपनी प्रिय पत्नी मुमताज महल के लिए ताजमहल जैसी एक ऐसी यादगार इमारत बनवाई, जो आज भी प्रेमियों के लिए एक प्रेरणा की तरह है।
15 साल की युवती, आर्जुमंद बानो की शादी सन् 1612 में मुगल बादशाह शाहजहाँ से हुई, जिसे वो बेहद मोहब्बत करते थे और यही वजह थी कि वे उनके दिल के सबसे करीब थीं। उनका नाम बदलकर मुमताज महल रखा गया। चौदह संतानों की माँ बनने के बाद सन् 1629 में उनकी मृत्य हो गई। मरने से पूर्व मुमताज ने शाहजहाँ से यह वादा लिया था कि उनकी मौत अगर हो जाती है, तो वो उनकी याद में एक ऐसी इमारत बनवाएँ जो पूरी दुनिया में सबसे बेहतरीन हो। अपनी पत्नी को दिए वादे को उन्होंने उनकी मृत्यु के बाद भी पूरा किया। ताजमहल अपनी खूबसूरती और बनावट के लिए पूरे विश्व में प्रसिद्ध हुआ। आज भी यह अमर प्रेम की जीती-जागती तस्वीर है।